भाकियू वर्मा ने किया गन्ना भवन का घेराव, सौंपा ज्ञापन

भाकियू वर्मा ने किया गन्ना भवन का घेराव, सौंपा ज्ञापन
  • सहारनपुर में गन्ना भवन में जिला गन्ना अधिकारी को ज्ञापन सौंपते भाकियू वर्मा के पदाधिकारी।

सहारनपुर। भारतीय किसान यूनियन वर्मा के कार्यकर्ताओं ने किसानों की विभिन्न समस्याओं के खिलाफ गन्ना भवन पर नारेबाजी कर घेराव किया तथा मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिला गन्ना अधिकारी को सौंपकर समस्याओं का अविलम्ब समाधान कराए जाने की मांग की। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत भाकियू वर्मा व पश्चिमी प्रदेश मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा के नेतृत्व में एकत्र होकर गन्ना भवन पहुंचे तथा जोरदार नारेबाजी करते हुए गन्ना भवन का घेराव किया।

प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा ने कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकार लगातार गन्ना किसानों की उपेक्षा कर रही है। गन्ना पेराई सत्र को तीन माह बीतने के बावजूद अभी तक गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया गया है और न ही अब तक पिछले पेराई सत्र व चालू सीजन का हजारों करोड़ गन्ना मूल्य भुगता नहीं दिला पाई है। उन्होंने कहा कि चालू गन्ना पेराई सत्र में सहारनपुर मंडल की 17 चीनी मिलों ने अब तक 3530 करोड़ रूपए का गन्ना खरीद लिया है। अभी तक मात्र 1822 करोड़ रूपए का गन्ना मूल्य भुगतान किया है। अभी तक चालू पेराई सत्र का 1708 करोड़ रूपया चीनी मिलों पर बकाया है। जबकि विगत वर्ष का भी मंडल की चीनी मिलों पर 149 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य भुगतान बकाया है।

श्री वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार जो चीनी मिलें 14 दिन के अंदर गन्ना मूल्य भुगतान नहीं करती उन्हें 15 प्रतिशत वार्षिक दर से गन्ना किसानों को ब्याज का भुगतान करना चाहिए और बकाया ब्याज वाली चीनी मिलों को गन्ना किसानों का ढुलाई किराया काटने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट ने भी गन्ना किसानों को चीनी मिलों से ब्याज दिलाने के लिए प्रदेश सरकार को आदेश जारी किए हुए हैं जिसके लिए प्रदेश सरकार सीधे-सीधे जिम्मेदार है।

भाकियू वर्मा के प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि जब तक प्रदेश सरकार गन्ने का लाभकारी मूल्य 600 रूपए प्रति कुंतल नहीं करेगी तब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा के नेतृत्व में संघर्ष जारी रहेगा। प्रदर्शनकारियों को महानगर अध्यक्ष मौ. जहीर तुर्की, डा. अशोक मलिक, महबूब हसन, मौ. राशिद, मौ. कलीमुर्रहमान ने भी सम्बोधित किया। प्रदर्शनकारियों में सुरेंद्र सिंह एडवोकेट, जोगेंद्र सिंह, बुद्धू हसन, कालूसिंह, मौ. यामीन, मौ. अयाज, असलम गुर्जर, डा. अब्दुल बारी, मोइनुद्उद्दीन, तसलीम त्यागी, अमन गिल, मौ. अरशद, तबरेज मलिक, महबूब सिंह, मुकर्रम प्रधान, मौ. मुशर्रफ, सूरज मलिक, चौ. हरेंद्र सिंह, मनोज चौधरी आदि किसान मौजूद रहे।