परम्परागत तरीके से मनाया गया भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक भैयादूज पर्व

परम्परागत तरीके से मनाया गया भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक भैयादूज पर्व
  • सहारनपुर में भैयादूज पर्व पर भाई के माथे पर तिलक लगाती बहन।

सहारनपुर [24CN]। जनपद में भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक भैयादूज पर्व बड़ी उमंग व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भैयादूज पर्व पर भाइयों ने बहनों के घर पहुंचकर उनसे तिलक कराकर उन्हें नगदी व उपहार भेंट किए।

गौरतलब है कि भारतीय संस्कृति में प्रकाश पर्व दीपावली की श्रृंखला में मनाए जाने वाले भैयादूज पर्व का विशेष महत्व है। मान्यता है कि दीपावली के तीसरे दिन मृत्यु के देवता यम ने अपनी बहन यमुना से तिलक कराया था। तब से ही भारतीय संस्कृति में भैयादूज का पर्व श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया जाता है। भैयादूज पर्व पर आज बहनों ने भैयादूज का व्रत रखकर कथा का श्रवण किया तथा अपने भाइयों की सुख-समृद्धि, उज्जवल भविष्य व दीर्घायु की कामना करते हुए उनके माथे पर तिलक लगाया। भाइयों ने भी बहनों की रक्षा का वचन देते हुए उन्हें नगदी व अन्य उपहार भेंट किए।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार भाईदूज के दिन शुभ मुहूर्त में ही बहनों को भाइयों के माथे पर टीका लगाना चाहिए तथा व्रत रखकर कथा भी सुननी चाहिए। ऐसा करने से ही शुभ फल की प्राप्ति होती है। भैयादूज पर्व को लेकर बच्चों में भी उत्साह का माहौल रहा। सुबह से ही बच्चों ने रंग-बिरंगे वस्त्र पहनकर अपनी खुशी भी जताई।