सृष्टि व मानव के रक्षक देव हैं भैरव: कालेंद्रानंद
- सहारनपुर में भैरव जयंती मनाते श्रद्धालु।
सहारनपुर। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि भैरव सृष्टि व मानव के रक्षक देव हैं। आज राधा विहार स्थित महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में श्री रामकृष्ण विवेकानंद संस्थान के तत्वाधान में आयोजित भैरव जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर अष्ट भैरव की पूजा विधिवत मंत्र उच्चारण कर पंडित ऋषभ शर्मा ने कराई और भैरव जी को भोग अर्पण किया गया।
भैरव जी की महाआरती उतारी गई और भैरव जी का प्रसाद काले चने दही भल्ला सभी भक्तों को वितरित किया गया। भैरव जी की महिमा का वर्णन करते हुए स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि भैरव जी सृष्टि एवं मानव के रक्षक देव हैं, भैरव जी का प्राकट्य शक्तिपीठों की रक्षा के लिए उन्नमत भैरव के रूप में हुआ जहां-जहां भगवती शक्ति पीठ स्थापित है। वहीं भैरव रक्षक देव के रूप में प्रकट हुए हैं अर्थात सभी जीवो की रक्षक भैरव देव हैं।
भैरव को क्षेत्रपाल भी कहा जाता है। क्षेत्रपाल स्वयं भगवा ही हैं जो नगर एवं ग्राम की रक्षा करते हैं। भैरव अति शीघ्र प्रसन्न होने वाले देव हैं और सभी संकट एवं भय को तुरंत हरण करते हैं अर्थात भैरव देव संकट से उद्धार कर जल मानस की रक्षा करते हैं। भैरव की पूजा आठ रूपों में की जाती है जो अष्ट भैरव कहलाते है। जगत जननी मां भगवती महाकाली के पुत्र कहलाते हैं भैरव देव। महाराज श्री ने कहा कि जो व्यक्ति भैरव की सात्विक पूजा करता है, भैरव उस पर अति शीघ्र कृपा कर उसकी सब विपत्तियों का नाश करते हैं।
इस अवसर पर पंडित योगेश तिवारी, पंडित रोहित शर्मा, मेहर चंद जैन, राजेंद्र धीमान, अश्विनी काम्बोज, सागर गुप्ता, संजय राणा, अनिल नारंग, रोहित शर्मा, रमेश शर्मा, बबीता, राजबाला, सरला, सुदेश, बबीता, कमला, रेखा, पूनम आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।