पृथक राज्य यहां के बेरोजगारों व युवा शक्ति के लिए जरूरी: भगत सिंह वर्मा।

- पश्चिमी प्रदेश मुक्ति मोर्चा की बैठक को सम्बोधित करते भगत सिंह वर्मा
देवबंद [24CN]: पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा की ग्राम पनियाली कासिमपुर में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में किसानों मजदूरों, छोटे व्यापारियों, दुकानदारों, शिक्षित, बेरोजगारों व युवाओं की भारी उपेक्षा की जा रही है।
भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य होने के कारण गरीबी महंगाई भ्रष्टाचार बेरोजगारी व अव्यवस्था की चपेट में है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पश्चिम प्रदेश में शिक्षा व चिकित्सा अंतरराष्ट्रीय स्तर की करने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों 6 मंडलों को मिलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण जरूरी है। उन्होने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिले प्रदेश सरकार को 80ः राजस्व देते हैं जबकि पश्चिम प्रदेश के विकास में प्रदेश सरकार मात्र 19 प्रतिशत धन खर्च करती है इसमें से भी आधा कमीशन में चला जाता है इसी कारण पश्चिम प्रदेश में शिक्षा व चिकित्सा नाम मात्र को है। कहा कि सरकारी नौकरी में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों से क्लास वन में मात्र 2 प्रतिशत व क्लास 2,3,4 में शिक्षित युवाओं की भागीदारी है जबकि पश्चिम प्रदेश के आठ करोड़ जनसंख्या की भागीदारी सरकारी नौकरी में कम से कम 33 प्रतिशत होनी चाहिए।
बैठक का संचालन कर रहे मंडल उपाध्यक्ष सरदार गुलविंदर सिंह बंटी ने कहा कि पृथक राज्य यहां के बेरोजगारों व युवा शक्ति के लिए जरूरी है। पृथक राज्य के लिए सभी को जाति धर्म पार्टी व दलों से ऊपर उठकर एकजुट होकर संघर्ष करना चाहिए।
बैठक में रविंद्र सिंह गिल, सरदार ऋषि पाल सिंह, देवी सिंह भुल्लर, अमित कुमार बरार, सरदार परविंदर सिंह, सरदार रविंदर सिंह, सरदार मनुराज सिंह, प्रहलाद सिंह, सुधीर कुमार, चैधरी राजपाल सिंह, चैधरी नवाब सिंह, ऋषि पाल सिंह, प्रधान नाथीराम शर्मा, अनिल कुमार, ओमवीर सिंह गिल, योगेंद्र सिंह आदि ने उपस्थित रहे।