सोशल मीडिया मनी ट्रैप गैंग से सावधान, सतर्क रहे-सुरक्षित रहे

नकुड़/सहारनपुर/न्यूज डेस्क: लव ट्रैप, हनी ट्रैप तो आपने सुना होगा लेकिन क्या आपने सोशल मीडिया मनी ट्रैप भी सुना है। नहीं सुना है तो सुन लीजिए यदि आप सोशल मीडिया पर ऐक्टिव है तो आप कभी भी इस ट्रैप का शिकार बन सकते है।
दरअसल आजकल सोशल मीडिया पर एक गैंग ऐक्टिव है। यह गैंग लोगों को जाल में फँसाकर उनसे अवैध उगाही का धंधा चला रहा है। इस गैंग का उगाही करने का तरीका भी बड़ा नायाब है। गैंग पहले सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति को अपना शिकार चुनता है। फिर गैंग का कोई व्यक्ति उस शिकार की फ्रैंड लिस्ट में संमलित होता है और अपने शिकार की पोस्ट पर उत्तेजित करने वाले कमेन्ट पोस्ट करने शुरू करता है। उसे इंतजार होता है कि उनका शिकार उत्तेजनावश कब कोई गलत पोस्ट सोशल मीडिया पर डाले।
जैसे ही उनका शिकार कोई ऐसी पोस्ट सोशल मीडिया पर डालता है जिनका उन्हे इंतजार है तो उस गैंग का दूसरा सदस्य शिकायत लेकर तुरंत थाने पँहुच जाता है। अब थाने से शिकायत संबंधित फोन जैसे ही पोस्ट डालने वाले व्यक्ति के पास पहुंचता है उसकी शिटटी-पिटटी गुल हो जाती है। फिर खेल चलता है समझोते का। शिकायतकर्ता मोटी रकम की मांग करता है। रकम मिल गई तो शिकायतकर्ता शांत होकर घर बैठ जाता है और यदि रकम नहीं मिली तो फिर प्रशासन पर धरना-प्रदर्शन के नाम पर दबाव बनाने का कार्य शुरू होता है। स्थानीय अधिकारी यदि इस गैंग के दबाव में नहीं आते है तो ये गैंग जिला के उच्चाधिकारियों को टैग कर ट्वीट करना शुरू करता है।
अब जिला स्तर के अधिकारियों पर दबाव बनाया जाता है, माध्यम धारना-प्रदर्शन हो या अन्य उच्चाधिकारियों, मुख्यमंत्री तो टैग कर ट्वीट करना हो। जैस ही ये अधिकारी स्थानीय थाना में जानकारी हासिल कर कार्यवाही करने को बोलते है तो तुरंत ही शिकायतकर्ता पैसे की डिमाण्ड को दोगुना कर देता है और यह सिलसिला तब तक चलता है जब तक व्यक्ति परेशान हो कर शिकायतकर्ता को मुँहमाँगी रकम नहीं दे देता। कई मामलों में तो यंहा तक देखा गया है कि एक शिकायतकर्ता पैसे लेकर शांत हो गया तो गैंग का दूसरा सदस्य उसी मामले पर दूसरी शिकायत लेकर थाना पँहुच गया।
यह गैंग इतना शातिर है कि सोशल मीडिया यूजर को तो ट्रैप करता ही है यह कहना भी अतिशयोक्ति नहीं होगी कि प्रशासन भी इस गैंग के ट्रैप का शिकार बनता है और जाने-अनजाने गैंग की अवैध उगाही का माध्यम बनता है। यह गैंग सिस्टम के लूपहॉलस का इस्तेमाल कर जनमानस को शिकार बनाता है और प्रशासन को शिकार करने का माध्यम। तो सावधान रहे है और अपने परिचितों को इस गैंग से सावधान करे।