Best Ten Police Stations of India: मुरादाबाद का कांठ थाना देश के शीर्ष दस थानों में शामिल, मिला आठवां स्थान

Best Ten Police Stations of India: मुरादाबाद का कांठ थाना देश के शीर्ष दस थानों में शामिल, मिला आठवां स्थान

लखनऊ । पीतलनगरी मुरादाबाद के कांठ थाना की आज तूती बोल रही है। देश के शीर्ष दस थाना में कांठ थाना को शामिल किया गया है। देश के टॉप-10 थाना की रैंकिंग में मुरादाबाद के कांठ थाना को आठवां स्थान मिला है। केंद्र सरकार का गृह मंत्रालय पुलिस की मनोबल बढ़ाने के साथ ही उनके बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए हर वर्ष देश के टॉप टेन पुलिस स्टेशन का चयन करता है। इसमें उत्तर प्रदेश का कांठ थाना भी है।

केंद्र सरकार ने गुरुवार को देशभर के 10 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पुलिस स्टेशनों की सूची की घोषणा की। यह रैंकिंग विभिन्न मापदंडों के आधार पर होती है। इनमें शीर्ष पर होते हैं संपत्ति विवाद से संबंधित अपराधों की संख्या, महिलाओं के खिलाफ अपराध और एक पुलिस स्टेशन में कमजोर वर्गों के खिलाफ अपराध निस्तारण।

गृह मंत्रालय ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशनों के लिए इस वर्ष भी सर्वेक्षण किया था। इसमें इस बार कोरोना प्रोटोकॉल के पालन को भी एक श्रेणी में रखा गया है। सर्वेक्षण सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार किया गया था। देश के हजारों पुलिस थानों में से इनका चयन विभिन्न स्तर पर छंटनी के बाद किया गया। इसके बाद दस का नाम फाइनल किया गया। जिन्हेंं शीर्ष दस में स्थान दिया गया, वहां पर सबसे महत्वपूर्ण था कि यहां पर सीमित संसाधनों की उपलब्धता के बाद भी उत्कृष्ट कार्य किया गया। यहां पर पुलिसकर्मियों का समर्पण, ईमानदारी, अपराध को रोकने और नियंत्रित करने और राष्ट्र की सेवा करने का जज्बा भी परखा गया।

देश भर के 16,671 पुलिस स्टेशनों में से शीर्ष 10 पुलिस स्टेशनों को रैंक करने की प्रक्रिया में डेटा विश्लेषण के साथ प्रत्यक्ष अवलोकन व सार्वजनिक प्रतिक्रिया को माध्यम बनाया गया। यहां पर संपत्ति अपराध, महिलाओं के खिलाफ अपराध, कमजोर वर्गों के खिलाफ अपराध, गुमशुदा व्यक्ति, अज्ञात व्यक्ति और अज्ञात शव के मामलों के निस्तारण को वरीयता दी गई। इसके साथ मानकों का मूल्यांकन करने और पुलिसिंग में सुधार की तकनीकों की पहचान करने के लिए 19 मापदंडों की पहचान की गई।

महामारी की अवधि के दौरान सर्वेक्षण को पूरा करने के लिए संघ के सभी राज्यों ने पूर्ण सहयोग के साथ इस वर्ष के सर्वेक्षण में भाग लिया।

कैसे हुई थी थानों की रैकिंग प्रक्रिया की शुरुआत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में थाने की लिस्ट निकलवाने की शुरुआत की थी। 2015 में गुजरात के कच्छ में डीजीपी सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि थानों की ग्रेडिंग के लिए प्राप्त जानकारी के आधार पर उनके कार्य प्रदर्शन के मूल्यांकन के लिए मानक निर्धारित होना चाहिए।