Bengal Chunav 2021 : तृृृृणमूल कांग्रेस में शामिल यशवंत सिन्हा ने कहा- बंगाल में TMC-BJP के बीच है भयानक संघर्ष
कोलकाता । पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में हलचल जारी है। इस क्रम में पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिंह ने तृणमूल कांग्रेस से हाथ मिला लिया। उन्होंने भाजपा पर हमला किया और दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस बहुत बड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी। उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत अफसोस के साथ कह रहा हूं कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था नहीं रही है। तोड़-मरोड़ कर चुनाव (8 चरणों में मतदान) कराने का फैसला मोदी-शाह के नियंत्रण में लिया गया है और भाजपा को फायदा पहुंचाने के ख्याल से लिया गया है।’ उन्होंने बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच भयानक संघर्ष की बात कही और कहा, ‘भाजपा का आज देश में एक ही मकसद है, हर चुनाव को येन-केन-प्रकारेण जीतना। इसलिए ममता जी को अपंग करने के लिए नंदीग्राम में आक्रमण किया।’
वहीं भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति राज्य में उम्मीदवारों की सूची पर मंथन के लिए मीटिंग कर रही है। बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दो चरणों के लिए BJP उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है। पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘चुनाव के शुरुआती चरणों के लिए हमने उम्मीदवारों का चयन कर लिया। हम तीसरे चरण के लिए उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा करेंगे। लोग ममता बनर्जी के ‘विसर्जन’ के लिए तैयार हैं।’
जानें आज क्या है राज्य में चुनावी हलचल-
-पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा (Former BJP leader Yashwant Sinha) TMC भवन पहुंचे। आज वे तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘अटल जी के समय में BJP सर्वसम्मति से काम करने की नीति अपनाती थी लेकिन आज की सरकार कुचलने और जीत हासिल करने की नीति अपना रही है। अकाली, बीजद ने भाजपा का साथ छोड़ दिया। आज भाजपा के साथ कौन है?’
– नंदीग्राम में ममता बनर्जी को लगी चोट पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘राज्य में लोग बहुत सारे तरीके अपनाते हैं। ममता बनर्जी की पार्टी टूट रही है, अब उनके पास स्टार प्रचारक भी नहीं हैं। वो घबराई हुई हैं, नए-नए तरीके ढूंढ कर लोगों की सहानुभूति पैदा करने की कोशिश कर रही हैं।’
इससे पहले यहां होने वाले प्रथम चरण के चुनाव में 30 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए दाखिल नामांकन पत्रों की जांच की गई। जांच के बाद भाजपा, तृणमूल कांग्रेस, टीएसी और कांग्रेस के प्रत्याशियों का पर्चा खारिज कर दिया गया। अधिकारियों के अनुसार, कुल 222 उम्मीदवारों ने 27 मार्च को होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए अपना नामांकन दाखिल किया जिसमें से 16 के नामांकन पत्र अवैध पाए गए।