बंगाल विधानसभा चुनाव: तृणमूल में उठापटक का दौर जारी, सरला मुर्मू के साथ 14 अन्य नेता भी हो सकते हैं भाजपा में शामिल
कोलकाता । बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में उठापटक का दौर जारी है। मालदा जिले की हबीबपुर विधानसभा सीट से टिकट मिलने के बावजूद पार्टी की नेता सरला मुर्मू ने सोमवार को अपने समर्थकों के साथ टीएमसी छोड़ दी है। सरला मुर्मू के आज ही कोलकाता में भाजपा में शामिल होने की पूरी संभावना है। बंगाल विधानसभा चुनाव में ये पहला मौका है, जब किसी प्रत्याशी ने टिकट मिलने के बावजूद अपनी पार्टी छोड़ी है। वहीं, सरला मुर्मू के अलावा टीएमसी के 14 अन्य नेता, जिनमें मालदा जिला परिषद के अध्यक्ष गौर चंद्र मंडल और टीएमसी के कॉर्डिनेटर अमलान भादुड़ी शामिल हैं, भाजपा में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
ये सभी लोग आज ही कोलकाता में भाजपा के चुनाव कार्यालय में आयोजित योगदान मेले में भगवा झंडा थाम सकते हैं। इसके बाद यह भी खबर है कि मालदा जिला परिषद पर भाजपा का कब्जा हो सकता है। इधर, सरला मुर्मू के पार्टी छोड़ने के बाद टीएमसी ने प्रदीप बास्के को हबीबपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। दरअसल सरला मुर्मू पुराना मालदा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन टीएमसी ने उन्हें इसके बजाय हबीबपुर से टिकट दे दिया, जिसकी वजह से वो नाराज बताई जा रहीं थीं। भाजपा में शामिल होने के बाद सरला मुर्मू टीएमसी के उन पूर्व दिग्गज नेताओं की लिस्ट में शामिल हो जाएंगी, जिन्होंने हाल फिलहाल में पार्टी छोड़ी है।
सियासत में कोई किसी का सगा नहीं होता। राजनीति में कब क्या हो जाए किसी को पता नहीं। इस बात का ताजा उदाहरण बंगाल में देखने को मिला है। यहां तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को झटका देते हुए सरला मुर्मू ने प्रत्याशी घोषित होने के बावजूद तृणमूल छोड़ दी। बड़ी बात यह है कि ममता ने मालदा के हबीबपुर निर्वाचन क्षेत्र से उनको टिकट भी दे दिया था।
सरला मुर्मू हबीबपुर निर्वाचन क्षेत्र से टिकट पाने के बावजूद आज बीजेपी में शामिल हो जाएंगी। टीएमसी ने बयान जारी करके कहा है कि हबीबपुर विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार बदल रही है। क्योंकि सरला मुर्मू का स्वास्थ्य खराब है। टीएमसी का यह पहला मामला है, जब किसी नेता ने टिकट मिलने के बावजूद पार्टी छोड़ हो
टीएमसी ने हबीबपुर सीट से अब प्रदीप बस्की को नया उम्मीदवार बनाया है। मालदा जिले में 26 और 29 अप्रैल को दो चरणों में मतदान होना है। मालदा जिले में 12 विधानसभा सीटे हैं। साल 2016 के चुनाव में इस जिले में तृणमूल कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था और बीजेपी के खाते में 2 सीटें आयीं थीं। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी।सीटों के मामले में बीजेपी दूसरे नंबर पर रही थी। एक-एक सीट पर माकपा और निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे।
इस चुनाव में टीएमसी ने उम्मीदवारी के लिए कई मशहूर हस्तियों, महिलाओं और युवाओं को प्राथमिकता दी है। पार्टी ने 294 में से 291 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। वहीं तीन सीट उसने अपने सहयोगी दल को दी हैं।
पहले चरण में पश्चिम बंगाल की 294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। वहीं, दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। नतीजों की घोषणा दो मई को होगी।
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