पीएम नरेन्द्र मोदी के कानपुर आगमन से पहले फिर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश, उन्मादी नारे लगा रहे लोगों ने किया हमला
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कानपुर आगमन से एक दिन पहले बाइक सवारों ने दो भाइयों को घेर कर हमला बोल दिया गया। हमलावर उन्मादी नारे लगा रहे थे। उनके हाथों में लाठी-डंडे राड चाकू व तमंचे थे। घायल भाइयों को पुलिस ने अस्पताल भेजा है।
कानपुर। कानपुर में नई सड़क पर तीन जून को हुए हिंसा के बाद एक बार फिर से माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। खास बात यह है पिछली बार भी जुमे का दिन था और इस बार भी माहौल बिगाड़ने के लिए जुमे का दिन ही चुना गया। इस पर भी सबसे बड़ा इत्तेफाक यह है कि पिछली घटना के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शहर में थे और इस बार उनके कानपुर आगमन से एक दिन पहले बाइक सवारों ने दो भाइयों को घेर कर हमला बोल दिया गया।
हमलावर उन्मादी नारे लगा रहे थे। उनके हाथों में लाठी-डंडे, राड, चाकू व तमंचे थे। घायल भाइयों को पुलिस ने सीएचसी भेजा। गंभीर रूप से घायल छोटे भाई को एलएलआर अस्पताल रेफर किया है। जहां उसकी हालत खतरे के बाहर बताई जा रही है। घटना के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना, मंडलायुक्त डा. राजशेखर जहां घायल को देखने अस्पताल पहुंचे। वहीं आइजी प्रशांत कुमार और जिलाधिकारी विशाख जी घटनास्थल पहुंचे। एहतियातन घटनास्थल पर एक कंपनी पीएसी और क्यूआरटी टीमें तैनात की गई हैं
पंत नगर निवासी मोहर सिंह का बेटा प्रथम कुमार भाई राहुल और मां पार्वती के साथ शुक्रवार की रात एक दुकान में आलू के फिंगर खाने गए थे। मां पार्वती ने बताया कि फिंगर खाने के बाद तीनों पैदल लौट रहे थे। वह कुछ आगे निकल चुकी थी। इसी बीच पांच बाइकों पर सवार लोग उन्मादी नारे लगाते हुए उधर से गुजरे और दोनों बेटों को घेर कर लाठी, डंडे, राड, चाकू और तमंचे की बट से हमलाकर दिया। जिसमें राहुल को गंभीर चोटे आयी हैं।
शोर सुनकर स्थानीय लोग दौड़े तो हमलावर गाली-गलौज करते हुए भाग निकले। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी तो फोर्स मौके पर पहुंचे। आनन-फानन में दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया। जहां राहुल की हालत गंभीर होने के चलते उसे एलएलआर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी के आगमन के चलते पुलिस सतर्क थी। सूचना मिलते ही पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना, जिलाधिकारी फोर्स के साथ अस्पताल पहुंचे। अधिकारियों ने घायल और स्वजन से वार्ता की। जिसके बाद जिलाधिकारी बिल्हौर के लिए निकल गए। राहुल की मां पार्वती ने किसी भी तरह की रंजिश की बात से इन्कार किया है। पुलिस ने मामले में छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
एडीजी भानु भास्कर ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए आइजी रेंज प्रशांत कुमार और जिलाधिकारी को मौके पर भेजा गया है। इसके साथ ही एक कंपनी पीएसी और दो क्यूआरटी तैनात की गई है। घायल की हालत खतरे के बाहर है। छह आरोपितों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
इन्हें बनाया गया आरोपित : सादान पुत्र नसीम, मोहम्मद जैद पुत्र मोहम्मद हासिम, कासिब खां, दानिश खां, हासिम खां, तामिल खां, कासिब खां, कामिल खां, दाऊद खां, सहनवाज खां, अरबाज खां, सोहेल खां, आरिफ खां, आसिफ खां, हसीन कुरैशी व 50 अज्ञात।
इन धाराओं में हुआ मुकदमा
- 147 : बलवा। दो साल तक सजा, जुर्माना या दोनों।
- 148 : ऐसे घातक हथियारों के साथ उपद्रव, जिनके प्रयोग से जान जा सकती हो। तीन साल तक सजा, जुर्माना या दोनों।
- 149 : विधि विरुद्ध जनसमूह का जमावड़ा। जनसमूह का हर सदस्य होगा बराबर का भागीदार। सजा अपराध के मुताबिक।
- 298 : धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा वाला कृत्य। एक साल तक सजा, जुर्माना या दोनों।
- 352 : स्त्री की लज्जा भंग करने की आशय से हमला। गैर जमानती है। एक से पांच साल तक सजा, जुर्माना या दोनों।
- 324 : घातक हथियारों से चोट पहुंचाना, जिससे मृत्यु हो सकती है। तीन साल तक सजा, जुर्माना या दोनों।
- 308 : प्राणघातक हमला। तीन साल तक सजा, जुर्माना या दोनों।
- 504 : किसी भी व्यक्ति को उकसाने के इरादे से अपमान करना, जिससे लो व्यवस्था भंग हो। एक साल तक सजा, जुर्माना या दोनों।