चुनाव आचार संहिता की घोषणा से पूर्व प्रदेश में मण्डी शुल्क समाप्त किया जाये: शीतल टण्डन
- जिला व्यापार मण्डल द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित
सहारनपुर [24CN]। उ.प्र. उद्योग व्यापार मण्डल जनपद सहारनपुर ने आज मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर चुनाव आचार संहिता से पूर्व मण्डी शुल्क को वापस लेने की मांग की।
व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन ने ज्ञापन में बताया कि व्यापार मण्डल मण्डी समिति के अंदर लग रहे शुल्क की समाप्ति की बात भी सदैव उठाता रहा है। जैसा कि विदित है कि कृषि कानूनों को वापस लेने के बाद प्रदेश में मण्डी शुल्क की पुरानी व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गयी है जिससे उद्योग जगत एवं व्यापारी समाज में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने बताया कि कई राज्यों, विशेषकर निकटवर्ती राज्यों में मण्डी शुल्क नहीं है, कई राज्यों में उद्योगों में छूट है, और जब प्रदेश में मण्डी शुल्क नहंी था तो अनेक उद्यमियों ने यहां पर अपना उद्योग भी स्थापित किया जो अब अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं। मण्डी अधिनियम में साफ लिखा है कि जो जिस प्रदेश में उत्पाद होगी उस पर वहां मण्डी शुल्क लगेगा परन्तु अब देश व प्रदेश के बाहर से आने वाली जिंसों पर भी शुल्क लग रहा है जैसे कि किराना(मेवा, सुपारी, काली मिर्च, मसाले) आदि वस्तुओं पर मण्डी शुल्क लग जायेगा जो कि असंवैधानिक है। उन्होने बताया कि मण्डियों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है जितनी फीस सरकार को मिलती है, उससे कई गुना पैसा मण्डी सचिव व कर्मचारियों को जाता है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी ने इस बात को समझा था तभी उन्होंने इतना अच्छा निर्णय लिया और हम लोगों ने उनको बधाई भी दी थी। आप भी दिन रात एक करके प्रदेशवासियों की सेवा में लगे हैं और उत्तर प्रदेश को ईज टू बिजनेश में दूसरे नम्बर पर ले आये हैं।
व्यापार मण्डल मांग करता है कि प्रदेश में मंडी शुल्क समाप्त कर दिया जाये, मण्डी के अंदर कार्य करने वाले व्यापारियों को लाइसेंस जारी करके यूजर चार्ज व अन्य किसी माध्यम से 0.5 प्रतिशत शुल्क लगाया जाये, मण्डी की दुकानों को फ्रीहोल्ड रजिस्ट्री करा दी जाये जिससे सरकार पर खर्चे का भार नहीं पड़ेगा, राजस्व की प्राप्ति भी होगी और प्रदेश का व्यापारी आजादी से अपना व्यापार करके प्रदेश को आत्मनिर्भर प्रदेश बनाने में अग्रसर होगा। मण्डी शुल्क समाप्त करने की घोषणा अविलम्ब चुनाव आचार संहिता से पूर्व कर दी जाये। ज्ञापन प्रेषित करने वालों में जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन, जिला महामंत्री रमेश अरोउा, राजीव अग्रवाल, जिला कोषाध्यक्ष, मेजर एस.के.सूरी, रमेश डावर, पवन गोयल, कर्नल संजय मिडढा, संदीप सिंघल, बलदेव राज खुंगर, संजय कर्णवाल, प्रताप टक्कर, सुभाष अग्रवाल, दर्शन लाल टक्कर, अनिल गर्ग, नवीन टक्कर, अभिषेक भाटिया, अशोक मलिक प्रमुख रहे।