प्रयागराज में बवाल: भड़ेवरा बाजार, हनुमान मोरी कई जगह पुलिस फोर्स तैनात, उपद्रवियों की तलाश में दी जा रही दबिश

प्रयागराज में बवाल: भड़ेवरा बाजार, हनुमान मोरी कई जगह पुलिस फोर्स तैनात, उपद्रवियों की तलाश में दी जा रही दबिश
प्रयागराज। करछना के भड़ेवरा बाजार में रविवार शाम आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया बवाल भले ही शांत हो गया है, लेकिन भीतर ही भीतर तनाव की स्थिति है।शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अधिकारियों ने हनुमान मोरी, भड़ेवरा बाजार समेत कई जगह पर बड़ी संख्या में फोर्स की तैनाती की है। इसमें पुलिसकर्मियों के साथ ही पीएसी के जवान भी शामिल हैं।

वहीं, दूसरी तरफ उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रहीं हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए पार्टी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता घर छोड़कर हट गए हैं।

आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भीम आर्मी के संस्थापक सांसद चंद्रशेखर को सर्किट हाउस में रविवार दोपहर रोकने पर उग्र कार्यकर्ताओं ने भड़ेवरा बाजार में लाठी-डंडा व पत्थरबाजी कर 40 से अधिक वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था।

दुकानों में तोड़फोड़ करने के साथ ही दुकानदारों व राहगीरों को पीटा था। पुलिसकर्मियों पर पथराव कर खदेड़ दिया था। इसमें 12 पुलिसकर्मी समेत 35 अन्य लोग जख्मी हुए थे।
उपद्रव देखकर आक्रोशित ग्रामीणों ने बवाल करने वालों पर पत्थरबाजी शुरू कर दिया था। इस दौरान छह बाइकों को आग के हवाले कर दिया गया था। घटनास्थल पर पहुंचे अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजय पाल शर्मा समेत कई अधिकारियों, कई थानों की पुलिस व पीएसी के जवानों ने उपद्रवियों को खदेड़ा, तब जाकर शाम करीब चार बजे से चल रहा बवाल ढाई घंटे बाद शांत हुआ था।

इसके बाद इंस्पेक्टर करछना अनूप सरोज की तहरीर पर 60 से अधिक के खिलाफ नामजद और सात सौ से अधिक अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।

उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए आठ टीम बनाई गई। देर रात तक 50 से अधिक उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया। सोमवार भोर में पुलिस पार्टी के कई पदाधिकारियों के यहां पहुंची तो वह घर पर नहीं मिले।

काफी संख्या में कार्यकर्ता भी घर छोड़कर भाग निकले हैं। डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव का कहना है कि चिह्नित किए गए उपद्रवियों की तलाश की जा रही है।

यह था मामला

करछना थाना क्षेत्र के इसौटा गांव के रहने वाले अनुसूचित जाति के देवीशंकर को 13 अप्रैल को हत्या कर दी गई थी। आग से जली लाश खेत में मिली थी। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते सात ठाकुर बिरादरी समेत आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

तहसील प्रशासन ने मृतक के स्वजन को जमीन का पट्टा, सरकार से आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया था। लेकिन इधर कुछ दिन पहले भीम आर्मी के स्थानीय नेताओं ने यह कहा कि मृतक के स्वजन को कोई सहायता नहीं दी गई है। पूरा परिवार डरा है। न्याय मांग रहा है।

मामला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चंद्रशेखर रावण के पास पहुंचा तो रविवार को देवीशंकर के घरवालों से मुलाकात करने की बात कही गई थी। दोपहर करीब एक बजे कार्यकर्ताओं को पता चला कि सांसद चंद्रशेखर को पुलिस सर्किट हाउस से बाहर नहीं निकलने दे रही है। ऐसे में वह इसौटा नहीं आ पाएंगे। साथ ही कई तरह की अफवाह फैली और फिर बवाल हो गया था।

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