वैज्ञानिक विधि से उगाई गई बासमती अन्तराष्ट्रीय मानकों पर खरी – मुख्य विकास अधिकारी

वैज्ञानिक विधि से उगाई गई बासमती अन्तराष्ट्रीय मानकों पर खरी – मुख्य विकास अधिकारी

सहारनपुर [24CN]। मुख्य विकास अधिकारी श्री विजय कुमार ने कहा कि परम्परागत कृषि में कृषकों को अनेकां समस्याओं को सामना करना पड रहा है। उन्होने कहा कि वैज्ञानिकों के द्वारा बताई गयी विधियाँ अपनाकर हम कीटनाशी मुक्त बासमती का उत्पादन कर सकते है। वैज्ञानिक विधि से उगाई गई बासमती जो निर्यात के समय अन्तराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरेगी।

श्री विजय कुमार आज बासमती निर्यात को बढावा देने के उद्देश्य से खरीफ-2021 में बासमती चावल के कीटनाशी अवशेष मुक्त उत्पादन के लिए कीट नाशको के सुरक्षित एवं समुचित मात्रा में प्रयोग तथा उचित कृषि गतिविधियों को अपनाने के लिए गोकुलग्राम फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी, नया गांव विकास खण्ड नकुड में आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि बासमती के निर्यात बढने के साथ-साथ कृषकों की आय को दो-गुना करने में सहायता मिलेगी।

उप कृषि निदेशक श्री राकेश कुमार मोर्य ने कार्यशाला में कृषक उत्पादक संघ एवं कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होने बासमती धान की बाली में दाने का भराव व चमक बढाने हेतु पोटाश के प्रयोग की सलाह दी। उन्होने कहा कि बी॰पी॰एच॰ (तेल्ला/मच्छर) से बचाव के लिए खेत में ग्रीस लगे पीले रंग के कट्टे टांगने चाहिए। उन्हेाने कृषकों को बासमती में कीटनाशी का प्रयोग कब, कैसे और कितनी मात्रा में करना चाहियें की विस्तृत जानकारी के साथ ही सब्जियों में लगने वाली कीट एवं बीमारियों के जैविक नियत्रण हेतु विस्तृत जानकारी दी।

कार्यशाला में जिला कृषि अधिकारी श्री धीरज कुमार सिंह, जिला कृषि रक्षा अधिकारी श्रीमती शिप्रा, ज्येष्ठ कृषि विपणन निरीक्षक सुनील कुमार सोम, मुख्य क्षेत्रीय प्रबन्धक इफको श्री ऋषिपाल सिंह, पूर्व निदेशक (प्रसार) सरदार बल्लब भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय मेरठ डा॰ एस॰ के॰ सचान सहित अन्य संबंधित अधिकारियों एवं लगभग 208 कृषक/क्षेत्रीय प्रसार कार्यकर्ता द्वारा भाग लिया गया।