निजीकरण के खिलाफ बैंक कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन

निजीकरण के खिलाफ बैंक कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
  • सहारनपुर में नारेबाजी करते बैंक कर्मचारी।

सहारनपुर [24CN]। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ केनरा बैंक पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया तथा बैंकों के निजीकरण पर रोक लगाने की मांग की।

प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए यूनियन के संयोजक साथी संजय शर्मा ने कहा कि 1969 व 1980 में निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण ऐतिहासिक घटना थी। बैंकों के राष्ट्रीयकरण के परिणामस्वरूप बैंकों को राष्ट्र की सेवा में लगाया गया। सार्वजनिक बैंकों ने जन्म लिया। नागरिकों के लिए अगले दरवाजे से भरोसेमंद बैंकिंग सेवाओं के नए युग की शुरूआत हुई। इसके परिणामस्वरूप बैंक शाखाओं की अप्रत्याशित वृद्धि हुई। वर्तमान में सरकार बैंकों का निजीकरण करके उन्हीं लोगों को सौंपा चाहती है जिन्होंने बैंकों का अरबो-खरबो रूपया दबा रखा है। यूपी बैंक इम्पलाइज यूनियन के सचिव प्रदीप गुप्ता ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक देश की जीवनरेखा है उन्हें ऐसा ही रहना चाहिए। हमें सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के किसी भी कदम का कड़ा विरोध करना चाहिए।

प्रदर्शनकारियों को यूनियन के अध्यक्ष साथी राजकुमार जैन, एन. के. बंसल, राजीव कुमार माहेश्वरी, अशोक कुमार, आशीष कुमार, राहुल कपिल, ओ. पी. शिवा, अतुल चोपड़ा, संजीव शर्मा नावेद अली, सतीश छाबड़ा, मेघराम, नीरज रस्तोगी, उपेंद्र शर्मा ने भी सम्बोधित किया। प्रदर्शनकारियों में अमित जैन, अरूण चौहान, शांतिस्वरूप अरोड़ा, राजेश अरोड़ा, रोहित काम्बोज, सुरेश कुमार, नवनीत कुमार, आसिफ, इंद्रपाल, वीना जैन समेत भारी संख्या में बैंक कर्मचारी शामिल रहे।