बजरंग दल नेता ने 2013 दंगे के दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की उठाई मांग
- एके 47 रायफल बरामद करने तथा सीबीआई जांच की मांग की
देवबंद [24CN]: बजरंगदल नेता ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर वर्ष 2013 के दंगे के दोषियों की गिरफ्तारी तथा लूटी गई एके 47 रायफल को बरामद करने की मांग की है।
बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मांग की है कि अप्रैल 2013 में फल विक्रेता की हुई हाईअटैक से मृत्यु के बाद दंगाइयों द्वारा नगर में जमकर बवाल मचाते हुऐ पुलिस अधिकारियो से मारपीट करके एके-47 राईफल को लुटते हुई सराकरी वाहनो सही कई अन्य वाहनो तथा सरकारी गेस्ट हाउस में आगजनी की गई थी। जिसमे तत्कालीन एसपी देहात डा0 अनिल मिश्रा सहित अन्य कई अधिकारियों को गम्भीर चोटें आई थी। पत्र में कहा गया कि दंगे को नियंत्रित करने के लिए कई जिलो से पुलिस फोर्स को बुलाना पडा था। विकास त्यागी ने पत्र में अवगत कराया कि घटना के बाद थाना पुलिस ने दो अभियोग पंजिकृत करते हुऐ दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही भी प्रारम्भ की थी। किंतू तत्कालीन सपा सरकार ने दोषियों को बचाते हुए पुलिस कार्रवाई न करने के निर्देश जनपद के अधिकारियों को दिए थे। जिसके बाद उक्त प्रकरण ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था, किंतु बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने तथा एके.-47 राइफल को बरामद किए जाने के लिए तभी से शासन और प्रशासनिक स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए थे ।
भाजपा सरकार बनने के बाद उक्त प्रकरण को एसटीएफ के हवाले कर दिया गया था किंतु आज तक एसटीएफ को भी को भी कोई बहुत बड़ी सफलता नहीं मिल पाई है, जिसके बाद यह प्रकरण फिर से ठंडे बस्ते चला गया है। अब फिर बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उक्त प्रकरण को सीबीआई के हवाले किये जाने की मांग की है। विकास त्यागी ने पत्र के माध्यम से मांग की है की जो भी लोग इस घटना के दोषी है उन सब पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्यवाही की जायें। पत्र की प्रतिलिपि उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुकुल गोयल तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी भेजी गई है।
योगी शासन में भी नही बरामद हुई एके 47’
देवबंद: 2013 के दंगे को कराने वालो के विरुद्ध तो कुछ हुआ ही नही उल्टे एसपी देहात के नगर से लूटी रायफल भी बरामद नही हुई है।
भाजपा की योगी सरकार बनने पर सबको उम्मीद जगी थी कि अब वह एके 47 रायफल बरामद हो जाएगी। मगर योगी सरकार में भी वही स्थिति रही जो सपा में थी और दंगा कराने वाले नेता आज भी राजनीति में सक्रिय है। नगर वासियों को इस बात का हमेशा अफसोस रहेगा कि योगी सरकार भी इस घटना के दोषियों को दण्डित करने में असफल रही है।