बहराइच हिंसा: सपा ने उठाए सियासी साजिश के सवाल, रामगोपाल की मौत से पहले का वीडियो किया शेयर

बहराइच हिंसा: सपा ने उठाए सियासी साजिश के सवाल, रामगोपाल की मौत से पहले का वीडियो किया शेयर

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बहराइच में जारी हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है। सपा ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्र की मौत से कुछ देर पहले की गतिविधियां दिखाई गई हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा इस हिंसा को राजनीतिक लाभ के लिए भुना रही है।

सपा का दावा: वीडियो में दिखाया जबरन झंडा फहराना

समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया कि रामगोपाल एक मुस्लिम घर में जबरन घुसा, वहां से हरा झंडा उतारकर भगवा झंडा फहराया। सपा ने सवाल उठाते हुए लिखा, “गोपाल के मन में इस कृत्य का जहर किसने भरा? यह समझना कठिन नहीं है कि इस साजिश के पीछे कौन है। भाजपा और उसके नेता माहौल को बिगाड़कर आगामी चुनावों में फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं।”

सपा ने आरोप लगाया कि यह घटना इंटेलिजेंस और पुलिस की विफलता है, साथ ही इसे भाजपा की सियासी साजिश का परिणाम बताया। पार्टी ने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि मामले को सांप्रदायिक नजरिए से देखने की बजाय साजिश के एंगल से देखा जाए, तभी सच सामने आएगा।

क्या है पूरा मामला?

बहराइच के महसी तहसील में अब्दुल हमीद के घर के सामने से दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा गुजर रही थी, जब समुदाय विशेष के लोगों ने कथित तौर पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। जवाब में फायरिंग हुई, जिसमें रामगोपाल मिश्र की मौत हो गई और 15 से अधिक लोग घायल हो गए। रामगोपाल को गोली लगने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

तनावपूर्ण माहौल, पुलिस की कार्रवाई

हिंसा के बाद भी तनाव बरकरार रहा। सोमवार को मृतक के शव को लेकर लोग तहसील की ओर बढ़ रहे थे, जिसके दौरान हिंसा भड़क गई। भीड़ ने कई वाहनों में आग लगा दी और प्रदर्शन हिंसक हो गया, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रहा है।

भाजपा पर सपा का निशाना

सपा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि पार्टी इस हिंसा का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। पार्टी ने कहा कि रामगोपाल को एक मासूम से दंगाई बनाने के पीछे भाजपा की राजनीति है, जिसमें उन्होंने अपनी जान गंवा दी। सपा ने इसे भाजपा की “सत्तालोभी राजनीति” का नतीजा बताया।

पुलिस और प्रशासन की तैयारियों पर सवाल

त्योहारों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा पहले से की गई तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं। महसी के महाराजगंज कस्बे में हिंसा के दौरान पुलिस और प्रशासन की विफलता को लेकर चर्चा हो रही है। फायरिंग और पथराव के बाद हालात बेकाबू हो गए, जिसे समय रहते नहीं संभाला जा सका।

मुख्यमंत्री योगी की सख्त कार्रवाई के आदेश

वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिगड़ते हालात के मद्देनजर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश को तत्काल बहराइच भेजने के आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने इस मामले पर शाम तक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पुलिस बल को इलाके में तैनात किया गया है, लेकिन हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं।


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