बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने 50 हजार लोगों के साथ नागपुर में बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी: बाबू सिंह बौद्ध
- अंबेडकर शोध एवं मानव विकास संस्थान के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते वक्ता
देवबंद [24CN]: अशोक विजयदशमी दीक्षा दिवस के पावन पर्व पर अंबेडकर शोध एवं मानव विकास संस्थान के तत्वाधान में गांव सैनपुर में अंबेडकर बुद्ध महोत्सव मेले का आयोजन किया गया। जिसमें भंते जी द्वारा पूजा बंदना कराई गई।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुजफ्फरनगर से आये अंबेडकर बोध ट्रस्ट महासचिव बाबू सिंह बौद्ध ने कहा कि इसी दिन चक्रवर्ती सम्राट अशोक ने कलिंग विजय के बाद महानरसंहार होने से दुखी होकर शांति के लिए बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी। कहा कि इसी दिन बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने 50 हजार लोगों के साथ नागपुर में बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी। इस उपलक्ष में कार्यक्रम में दूरदराज से आए कई जिलों के लोगों ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली और 22 प्रतिज्ञा ग्रहण करते हुऐ गौतम बुद्ध जी के बताएं मार्ग पर चलकर भारत को बौद्ध मय बनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक संगठनों जैसे दलित सेना दलित, कल्याण मंच, भीम आर्मी एकता मिशन, डॉक्टर अंबेडकर बेरोजगार युवा सुधार समिति, दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया, भारतीय बौद्ध महा सभा, समता सैनिक दल आदि का सहयोग रहा।
अंबेडकर शोध एवं मानव विकास संस्थान की ग्राम युवा कमेटी के सदस्य अनिकेत व अक्षय कुमार आदि का कार्यक्रम की सफलता में विशेष योगदान रहा और इसमें सम्मिलित युवाओं को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संगीतमय धम देशना के साथ विभिन्न वक्ताओं ने अपने ओजस्वी विचार रखें। पूर्व एसआई आरपी अंबेडकर, दलित सेना जिला अध्यक्ष शिवकुमार, बागेश कश्यप, अजय एडवोकेट, सुमित एडवोकेट आदि ने अपने विचार रखें।
कार्यक्रम में के0 एस नागराज बोद्धाचार्य, इलम सिंह बोद्धाचार्य, ओमवीर सिंह, राजकुमार जाटव, मुकेश कुमार, रामदास बौद्ध, सुलेख चंद, प्रवेश कुमार, संयोगिता, रीता, ममतेश आदि महिलाओं की विशेष उपस्थिति रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता बाबू सिंह बौद्ध महासचिव अंबेडकर बोध ट्रस्ट मुजफ्फरनगर ने की । संस्था अंबेडकर शोध मानव विकास संस्थान के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार बोधाचार्य ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया ।कार्यक्रम का संचालन रामकरण बोधाचार्य ने किया