आजम खान ने नवाबों को बताया था ‘मर्ख’, अब नवाब नावेद मियां ने कहा वो दो टके का जलील इंसान
 
						समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान के नवाबों पर दिए गए बयान का जवाब देते हुए पूर्व मंत्री और रामपुर के नवाब काजिम अली खान उर्फ नावेद मियां ने कहा कि आजम खान जिस ऊंचे स्थान से जमीन पर गिरे हैं बल्कि जमीन में धंस गए हैं उस से वह कुंठित और हताश हैं. नावेद मियां ने कहा कि खुद को असुरक्षित समझते हुए वह जेल से आने के बाद अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं, जिससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता.
नावेद मियां ने कहा आजम खान जब मंत्री थे तो उन्होंने सरकारी संपत्तियों पर कब्जे किए और अपनी जेब भरी गरीब लोगों के घर तोड़े उनकी जमीनों पर कब्जे किए. उन्होंने फर्जी काम किए इसलिए उन्हें सजा मिली और वह जेल गए उनका बेटा और पत्नी भी जेल गए थे. वह अपने कारनामों की वजह से जेल गए थे. आजम खान पर भैंस और बकरी चोरी के आरोप लगने पर नवाब काजिम अली ने कहा कि ऐसे दो टके के लोग दो टके की हरकत तो करेंगे ही ये कोई फर्जी मुकदमे नहीं हैं बिल्कुल जायज मुकदमे हैं. जैसी इसकी सोच है वैसे ही इसने काम किए और उसकी सजा इसे मिली, कानून सबके लिए बराबर है. मुझे लगता है उसे जेल की रोटियां अभी हजम नहीं हुई हैं उधर की ही डकारें लगा रहा है.
नावेद मियां ने कहा कि हमारे पूर्वजों गरीबों यतीमों और बेसहारा लोगों के रहने के लिए यतीम खाना बनवा कर वक्फ किया था, इसने मंत्री रहते हुए उस यतीम खाने के गरीबों के घर तुड़वा दिए और उन्हें घरों से बेघर कर उस पर कब्जा कर के अपने स्कूल की बिल्डिंग बनवा ली. जब इसकी सरकार गई तब इस पर मुकदमे हुए और केस चले इंसान जैसा करता है वैसा भरता है. तुम बुरा करोगे तो तुम्हारे साथ बुरा ही होगा, इसने बुराई के सिवा कुछ किया ही नहीं. इसने सरकारी, गैर सरकारी बहुत सी जमीनों पर कब्जे किए हैं. आजम के बाप दादा तो बिजनौर के रहने वाले थे रामपुर में तो जितने स्कूल कॉलेज और फैक्ट्रियां हैं सब नवाबों ने बनवाई थी जो आज भी हैं. आजम खान ने तो नवाबों की इमारतों पर कब्जे किए थे और वहां अपना सपा का ऑफिस बना लिया था अब सरकार ने उस पर कब्जा किया है.
जो जलील होगा उसे जिल्लत की जिंदगी तो मिलेगी- नावेद मियां
नावेद मियां ने कहा कि यहां रामपुर में तो हमारे पुरखों की ही बनवाई हुई इमारतें हैं जहां मुफ्त में शिक्षा होती थी. आजम खान ने तो सरकार के पैसों से यूनिवर्सिटी बनवाई और उसमें लाखों रुपये फीस के लेता है इसने तो आमदनी का जरिया बनाया था. आजम हर चीज मुफ्त में ताकत के बल पर कब्जा करता रहा. उन्होंने कहा कि आजम तो शुरू से ही जलील इंसान है जो जलील होगा उसे जिल्लत की जिंदगी तो मिलेगी ही बल्कि वह तो इंसान भी नहीं है.
आजम के विरोध के बावजूद जीते नदवी
अखिलेश यादव का रामपुर आजम खान से मिलने आना तो एक राजनीतिक चाल थी अखिलेश यादव तो पार्टी अध्यक्ष होने के कारण एक फॉर्मेलिटी करने आए थे. मुहिबुल्लाह नदवी को अखिलेश यादव ने लोक सभा का टिकिट दिया और वह आजम के विरोध के बावजूद जीते सांसद बने आजम चाहते थे कि मुहिबुल्लाह नदवी उनके घर आए और उन से माफी मांगे मुहिबुल्लाह नदवी क्यों ऐसा करें? आज़म खान ने सबसे ज्यादा जुल्म मुसलमानों पर ही किए हैं. आजम खान पर कार्यवाही के लिए कोई सरकार दोषी नहीं है बल्कि आज़म खान के कारनामों का नतीजा है जो इतने केस उस पर चल रहे हैं.
आई लव मोहम्मद विवाद पर नावेद मियां ने दी प्रतिक्रिया
वहीं आई लव मोहम्मद के विवाद पर नावेद मियां ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने धर्म के अनुसार आजादी है कि वह किस को माने इसमें कोई खराबी नहीं है जो जिस धर्म का है उसे मानेगा. बसपा सुप्रीमो मायावती के अपनी पार्टी के मुस्लिम नेताओ के साथ मीटिंग करने और 2027 के लिए सक्रिय होने पर उन्होंने कहा कि यूपी में वर्तमान में तो दो ही पार्टियां मुख्य हैं एक सत्ताधारी बीजेपी और दूसरा विपक्षी पार्टी सपा बाकी अभी किसी और के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं. भविष्य में क्या आप किसी राजनीतिक दल में शामिल होंगे? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी मेरा किसी दल में जाने का कोई इरादा नहीं है मैंने 25 साल राजनीति की इसमें अच्छा भी हुआ बुरा भी हुआ, कई बार जीता और मंत्री बना. मेरा राजनीतिक सफर बहुत अच्छा रहा है.
आजम खान की राजनीति का चैप्टर बन्द हो चुका है- नावेद मियां
बिहार में प्रधानमंत्री मोदी को लेकर राहुल गांधी के बयान पर हो रहे विवाद पर नावेद मियां ने कहा कि चुनाव में अपने विधायकों को जिताने के लिए सब नेता ऐसे बयान देते हैं लेकिन ये सब सिर्फ चुनावी जुमले होते हैं. चुनावी भाषण सिर्फ इमोशनल चाल होती हैं, उन्होंने आखिर में कहा कि मुझे लगता है रामपुर में आजम खान की राजनीति का चैप्टर बन्द हो चुका है.

 
			 
			 
			 
			 
			