महाराष्ट्र में अजब गजब सियासत! संजय राउत ने की फडणवीस की तारीफ, शिंदे-पवार को घेरा

महाराष्ट्र की सियासत में अनोखा मोड़ आया है, जहां शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने मराठा आरक्षण मामले को सुलझाने के लिए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा की है। राउत ने फडणवीस को पर्दे के पीछे से काम करने और मनोज जारंगे की भूख हड़ताल समाप्त करने का श्रेय दिया, जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार की भूमिका पर सवाल उठाए। यह बयान शिंदे-पवार गुट पर निशाना साधते हुए महाराष्ट्र की जटिल राजनीतिक समीकरणों को दर्शाता है।
शिवसेना (यूबीटी) ने मराठा आंदोलन को लेकर उप-मुख्यमंत्री अजित पवार और एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा। राउत ने कहा, “एकनाथ शिंदे और अजित पवार कहाँ थे? उन्होंने विचार-विमर्श में भाग क्यों नहीं लिया? क्या वे चाहते थे कि मामला बिगड़े और फडणवीस मुश्किल में पड़ें।” वहीं, राउत ने महाराष्ट्र के हालिया मराठा आरक्षण निर्णय में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के साथ अनुचित व्यवहार का आरोप लगाते हुए कैबिनेट मंत्री और ओबीसी नेता छगन भुजबल से इस्तीफा देने का आग्रह किया है।
राउत ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को चुनौती देने के इरादे से मराठा आरक्षण आंदोलन की योजना बनाने का आरोप लगाया। अपने समुदाय के हितों की रक्षा की मांग करते हुए, भुजबल ने सरकार के रुख पर निराशा व्यक्त की। इस बीच, राज्य सरकार द्वारा मराठों को ओबीसी का दर्जा देने पर विचार करने की प्रतिबद्धता जताए जाने के बाद कार्यकर्ता मनोज जारंगे ने अपनी भूख हड़ताल समाप्त कर दी, जिससे हाल के सरकारी प्रस्तावों के बाद कोटा कार्यान्वयन के माध्यम से संभावित लाभ का संकेत मिलता है।
