रोजे की हालत में गुनाहों से बचेंः कारी राव साजिद

रोजे की हालत में गुनाहों से बचेंः कारी राव साजिद
Kari Rao Sajid
  • रोजे़ की हालत में हर तरह के गुनाहों से बचना चाहिए, क्योंकि गुनाहों से रोजा मकरूह हो जाता हैै।

देवबंद [24CN] :  शनिवार को कारी राव साजिद ने कहा कि रोजेदारों को चाहिए की वह चुगल खोरी, झूठ बोलना, बेहयाई, लड़ाई और मारपीट आदि से अपने आपको महफूज रखें। क्योंकि अल्लाह ने इस महीने की बरकत से सवाब में बहुत इजाफा किया है तो बंदों को चाहिए कि वे अपने रब की खुशी हासिल करने के लिए तमाम गुनाहों को छोड़कर रोजे रखें और ज्यादा से ज्यादा इबादत करें।

उन्होंने कहा कि आदमी रोजे की हालत में हर बुरे काम और बुरी बातों से खुद को महफूज रखे तो हदीस में अल्लाह का इरशाद है कि जिसने रमज़ान का रोज़ा रखा और बुरे कामों से महफूज़ रहा तो मैं उसके लिए जन्नत की जमानत देता हूं। कारी राव सजिद ने कहा कि मुसलमानों को चाहिए कि वे रमजान के रोजे रखें, पांचों वक्त की नमाज और तरावीह की पाबंदी करें। क्योंकि रमजान के महीने में अल्लाह जितना अपने बंदों को नवाजता है उसकी कल्पना साल के दूसरे महीनों में नहीं की जा सकती है।

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