विधानसभा चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान ने ली रिपोर्ट, उत्तर प्रदेश में क्या है ब्राह्मणों का रुख

- भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ भेंट करने से पहले रविवार को ब्राह्मण सांसद व मंत्रियों ने उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान से भेंट की थी। धर्मेन्द्र प्रधान ने इन सभी से ब्राह्मण मतदाताओं के रुख की रिपोर्ट भी ले ली है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण मतदाता को भी अपने पक्ष में करने के प्रयास में लगी भाजपा ने मोर्चे पर ब्राह्मण मंत्रियों, सांसद तथा विधायकों को लगा दिया है। भाजपा के ब्राह्मण सांसद व मंत्रियों ने सोमवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ भेंट करने से पहले रविवार को उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान से भेंट की थी। धर्मेन्द्र प्रधान ने इन सभी से ब्राह्मण मतदाताओं के रुख की रिपोर्ट भी ले ली है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में फिर से 300 पार का संकल्प लेकर चल रही भाजपा चौतरफा प्रयास में जुटी है। हर वर्ग के साथ जातीय समीकरणों को साधने की कसरत लगातार चल रही है। इसी कड़ी में पार्टी नेतृत्व की नजर खास तौर पर प्रदेश के ब्राह्मण मतदाताओं पर भी जा टिकी है। प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान ने दिल्ली में ब्राह्मण मंत्रियों और सांसदों के साथ बैठक कर रिपोर्ट ली और सभी से चुनाव प्रबंधन में गंभीरता से जुट जाने पर जोर दिया है।
उत्तर प्रदेश चुनाव की सरगर्मियां तेज होने के साथ ही विपक्ष ने इस बात को जोरशोर से प्रचारित करना शुरू कर दिया कि ब्राह्मण समाज भाजपा सरकार से नाराज है। इस समाज के लोगों पर इन साढ़े चार वर्ष में काफी कार्रवाई की गई है। अब तक इस तरह की बातों को नजरअंदाज करती रही भाजपा चुनाव में कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहती। रविवार को नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के सरकारी आवास पर हुई बैठक को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। इसमें प्रदेश सरकार के सभी ब्राह्मण मंत्री, यूपी से केन्द्र सरकार में मंत्री और सांसद सहित कुल 25 नेता शामिल हुए। संगठन की ओर से प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल मौजूद रहे। करीब दो घंटे चली बैठक में सभी नेताओं से विधानसभा चुनाव को लेकर फीडबैक लिया गया। प्रदेश में विपक्ष द्वारा फैलाई जा रही नाराजगी वाली बात पर वास्तविकता को परखने का प्रयास किया गया।
इन नेताओं में जिसने जो भी अब तक महसूस किया है, उसे स्पष्ट तौर पर प्रधान के सामने रखा। इस पर उन्होंने सभी मंत्री और सांसदों से कहा कि पार्टी और सरकार, दोनों की नीति ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ वाली है। किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जा रहा है। यदि विपक्षी दल यह भ्रम फैला रहे हैं तो इसे बेअसर करने का पूरा प्रयास होना चाहिए। समाज के बीच सक्रिय रहें। संवाद लगातार बना रहेगा तो वह भ्रमित नहीं हो पाएंगे। उन्होंने सभी को गंभीरता से चुनाव प्रबंधन में जुट जाने का निर्देश दिया। उल्लेखनीय है कि भाजपा से ब्राह्मण समाज की नाराजगी का प्रचार करते हुए सपा और बसपा लगातार इस समाज को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी ओर खींचने के लिए प्रयासरत हैं।