Assembly By Election 2023: 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव आज, INDIA और NDA के लिए अहम

- आज 5 सितंबर को 6 राज्यों के 7 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होने वाले हैं. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए काफी अहम है ये उपचुनाव.
नई दिल्ली: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. सभी पार्टियों ने इसको लेकर तैयारियां शुरु कर दी हैं. इसी कम्र में इस साल के अंत तक मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इन सब चुनाव से पहले आज 5 सितंबर को उपचुनाव होने वाले हैं. 5 सितंबर को 7 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होने जा रहा है जिसके लिए 6 राज्यों में वोट डाले जाएंगे. इन सभी सीटों के वोट की गणना 8 सितंबर को की जाएगी.
NDA और I.N.D.I.A के लिए महत्तवपूर्ण
आज होने वाले वोटिंग में उत्तरप्रदेश की घोसी सीट, उत्तराखंड की बागेश्वर सीट, झारखंड की डुमरी सीट, पश्चिम बंगाल की धुपगुड़ी सीट, त्रिपुरा की धनपुर और बॉक्सनगर सीट, केरल की पुथुपल्ली की विधान सभा सीट शामिल है. इन सभी सीटों पर होने वाला उपचुनाव विपक्ष के I.N.D.I.A गठबंधन के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है. ये पहली बार होगा जब पूरा विपक्ष एक साथ है और उपचुनाव होने जा रहा है. वहीं, बीजेपी के लिए ये 6 राज्यों के विधानसभा उपचुनाव काफी महत्तवपूर्ण है. बीजेपी ज्यादा से ज्यादा सीटे जीतकर दिखाना चाहेगी कि अभी भी जनता बीजेपी और पीएम मोदी को पसंद कर रही है.
यूपी की घोसी सीट
ये पहली बार होगा जब विपक्ष का I.N.D.I.A गठबंधन उपचुनाव की कई सीटों पर कोई कैंडिडेट नहीं खड़ा किया है यानी एक ही उम्मीदवार को समर्थन कर रहे हैं. आज देश के 7 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. इस बीच यूपी का घोसी सीट अहम मानी जा रही है. ये सीट मऊ जिले में है और बीजेपी और सपा दोनों के लिए अहम हो गया है. बीजेपी ने दारा सिंह को मैदान में उतारा है वहीं सपा ने सुधाकर सिंह पर दांव लगाया है. वोटिंग से कुछ दिन पहले सुधाकर सिंह के बेटे का ऑडियो वायरल हो गया था. जिसमें वो पुलिस अधिकारी को जूता मारने की बात कर रहा था. जिसके बाद सुधाकर सिंह और उसके बेटे के खिलाफ केस दर्ज की गई थी.
झारखंड की डुमरी सीट
झारखंड की डुमरी विधानसभा सीट भी महत्तवपूर्ण मानी जा रही है. ये सीट चार बार के विधायक और राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन के बाद सीट खाली है. ये उपचुनाव इसलिए महत्तवपूर्ण माना जा रहा है कि क्योंकि अगले साल लोकसभा और राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. जेएमएम की ओर से बेबी देवी और एनडीए की ओर से यशोदा देवी को मैदान में उतारा गया है.