नई दिल्ली :  असम-मिजोरम सीमा विवाद पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम के सांसदों से मुलाकात करेंगे।  इस मुलाकात को  दोनों राज्यों के बीच शांति स्थापित करने के क्रम में प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी सीमा विवाद को खत्म करने में प्रयासरत हैं। इस बात की जानकारी मिजोरम के राज्यपाल ने दी।

राज्यपाल हरी बाबू कंभमपति  ने  दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा , ‘केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोनों राज्यों के बीच तनावपूर्ण हालात को ठीक करने के साथ समस्या का समाधान खोजने में जुटे हैं। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री ने शांति बहाली की बात दोहराई है।’ बता दें कि रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ टेलीफोन पर बात की थी। केंद्रीय गृहमंत्री ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा से दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद को शांत करने लिए कदम उठाने को कहा था। इससे पहले केंद्रीय गृह सचिव ने भी दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों और दोनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी।

असम सरकार का दावा है कि उनके नागरिकों को मिजोरम के लोग धमका रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए नागरिकों को पड़ोसी राज्य में न जाने की सलाह दी गई है। वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्व शर्मा का कहना है कि उन्होंने लोगों से हालात स्थिर होने तक मिजोरम न जाने को कहा है। दूसरी तरफ सीमा विवाद के चलते मिजोरम पुलिस ने असम के चार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और दो प्रशासनिक अधिकारियों समेत करीब 200 अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोलासिब जिले के वैरेंगटे पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया है।

26 जुलाई को हुई हिंसक झड़प के बाद से ही असम-मिजोरम के बीच सीमा विवाद जारी है। एक हिंसक झड़प में असम के छह पुलिसकर्मियों समेत करीब सात लोगों की मौत हो गई थी और 50 से अधिक घायल हुए थे। इसके बाद से ही दोनों राज्यों के बीच तनाव है। केंद्र सरकार द्वारा इलाके में केंद्रीय अर्धसैनिक बल की पांच कंपनियों को तैनात कर दिया गया है।