PMO से असदुद्दीन ओवैसी बोले- दिल्ली को बचाना है तो सेना की कर दो तैनाती

PMO से असदुद्दीन ओवैसी बोले- दिल्ली को बचाना है तो सेना की कर दो तैनाती
हाइलाइट्स
  • दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के नाम पर हो रही हिंसा, कई क्षेत्रों में तनाव
  • ओवैसी ने नॉर्थईस्ट दिल्ली के हालातों को देखते हुए इसे सेना के सुपुर्द कर देने की सलाह दी
  • दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी पूछा गया था सेना के विकल्प का सवाल
  • मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा था, यदि इसकी आवश्यकता पड़ेगी तो निश्चित तौर पर…

नई दिल्ली/हैदराबाद
दिल्ली में उपद्रव का धुआं छंटने का नाम नहीं ले रहा है। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध के नाम पर हो रही हिंसा के आगे पुलिस बेहद असहाय नजर आ रही है। ऐसे में लोगों की जुबान पर आर्मी का विकल्प आने लगा है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हालातों को देखते हुए इसे सेना के सुपुर्द कर देने की सलाह दी है।

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की हालत बदतर होती जा रही है। यदि प्रधानमंत्री कार्यालय फिर से शांति चाहता है तो इस क्षेत्र को सेना के सुपुर्द कर देना चाहिए। पुलिसवालों ने अपनी ड्यूटी में लापरवाही दिखाई और उन्मादी भीड़ के साथ नजर आई। जिंदगियों को सुरक्षित करने का एक मात्र उपाय अब क्षेत्र को सेना के हवाले कर देना ही है।’

NBT

नॉर्थईस्ट दिल्ली में फिर से पत्थरबाजी

दिल्ली CM से भी किया गया था सवाल
बता दें कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में भजनपुरा चौक के नजदीक दो समुदायों के बीच फिर से पत्थरबाजी शुरू हो गई है। इस घटना के बाद आसपास के क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। बता दें कि सेना के हाथों में सौंपने को लेकर सवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी किया गया था। इस पर उन्होंने कहा था, ‘यदि इसकी आवश्यकता पड़ेगी तो निश्चित तौर पर ऐसा किया जाएगा लेकिन फिलहाल पुलिस की ओर से कार्रवाई की जा रही है। हमें आश्वासन दिया गया है कि (गृहमंत्री से मुलाकात के दौरान) आवश्यकतानुसार पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।’

दिल्ली दंगा: हिंसा प्रभावित इलाकों में अर्धसैनिक बल किये गए तैनात

दिल्ली दंगा: हिंसा प्रभावित इलाकों में अर्धसैनिक बल किये गए तैनातउत्तर-पूर्व दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाके में अर्ध सैनिक बलों की 35 कंपनियों को तैनात किया गया है। स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच और आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारी भी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाके में कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिये तैनात हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप राज्यपाल अनिल बैजल और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से चर्चा की।