अशोक गहलोत बोले, 2023 में राजस्थान में फिर बनाएंगे सरकार

- राजस्थान में कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल के पुर्नगठन के तहत नए मंत्रियों के शपथ लेने से पहले रविवार को जयपुर में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी विधायकों की बैठक हुई। गहलोत ने ट्वीट में लिखा कि मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले सभी विधायकगणों को शुभकामनाएं।
जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल के पुर्नगठन के तहत नए मंत्रियों के शपथ लेने से पहले रविवार को जयपुर में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी विधायकों की बैठक हुई। मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व राज्य के कांग्रेस प्रभारी अजय माकन जयपुर में प्रदेश कांग्रेस समिति कार्यालय पहुंचे। मंत्रिमंडल में 15 नए मंत्री शाम को शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल विस्तार में 11 कैबिनेट मंत्री व चार राज्य मंत्री होंगे। कैबिनेट में 12 नए चेहरे शामिल होंगे, जिसमें पांच चेहरे सचिन पायलट खेमे के होंगे। इधर, कैबिनेट फेरबदल पर कांग्रेस विधायक शफिया जुबैर ने कहा कि महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण नहीं मिला। इस बीच, अशोक गहलोत ने ट्वीट में लिखा कि राजस्थान सरकार के मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले सभी विधायकगणों को शुभकामनाएं। पिछले 35 महीने में हमारी सरकार ने प्रदेश को संवेदनशील, पारदर्शी व जवाबदेह सुशासन देने का कार्य किया है। तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद हमारी सरकार ने प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया है।
गहलोत बोले, 2023 में फिर बनाएंगे राजस्थान में सरकार
गहलोत ने कहा कि हम सब एकजुटता के साथ कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी व राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की नीति, विचारधारा व कार्यक्रम को आम जनता तक लेकर जाएंगे व विकास के एजेंडे पर फिर 2023 के विधानसभा चुनाव को जीतकर पुन: राजस्थान में सरकार बनाएंगे। हमारे कार्यकाल में हुए विधानसभा उपचुनावों व स्थानीय निकायों के चुनाव में कांग्रेस पार्टी को जीत दिलाकर जनता ने हमारी सरकार के सुशासन पर मुहर लगाई है। हम सभी को आने वाले समय में भी जनता के इस विश्वास को बनाए रखने का है। इसके लिए पूरी मेहनत व समर्पण के साथ कार्य जारी रखना है।
सचिन पायलट ने कही ये बात
इस बीच, कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि नई कैबिनेट में चार दलित मंत्रियों को जगह दी गई है। हमारी पार्टी चाहती है कि दलित, उपेक्षित, पिछड़े लोगों का प्रतिनिधित्व हर जगह होना चाहिए। काफी समय से हमारी सरकार में दलितों का प्रतिनिधित्व नहीं था, अब भरपाई की है। आदिवासियों का भी प्रतिनिधित्व बढ़ाया गया।
रामदास अठावले ने कहा, राजस्थान में बनेगी भाजपा की सरकार
वहीं, राजस्थान में कैबिनेट फेरबदल पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि कांग्रेस की दलितों को आगे बढ़ाने की नीति दिखाने की है। कांग्रेस दलितों को उनका हक दिलाने में असफल रही। यही कारण है कि 2014 में भाजपा सरकार में आई। इस फेरबदल से फर्क नहीं पड़ेगा, राजस्थान में भाजपा की सरकार बनेगी।
राज्यपाल दिलाएंगे शपथ
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट में चल रही तनातनी के बीच कांग्रेस आलाकमान ने मंत्रिमंडल के पुनर्गठन को मंजूरी देते हुए फार्मूला भी तय कर दिया है। इसके बाद शनिवार को सभी मंत्रियों ने इस्तीफे दे दिए थे। अब राजस्थान में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर पुनर्गठन किया जा रहा है। रविवार शाम को राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा। राज्यपाल कलराज मिश्र मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर सीएम गहलोत ने शनिवार को ही राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की।
मुश्किल से बनी सहमति
शनिवार शाम को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में गोविंद सिंह डोटासरा ने मंत्रियों के इस्तीफे दिए जाने का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। एक दिन पहले शुक्रवार को ही कांग्रेस आलाकमान के निर्देश के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, चिकित्सा मंत्री डा.रघु शर्मा और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के इस्तीफे स्वीकार कर लिए थे। संगठन के कार्य के चलते उक्त तीनों मंत्रियों ने इस्तीफे दिए थे। मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नामों को लेकर बड़ी मुश्किल से सहमति बनी है। शुक्रवार रात जयपुर पहुंचे पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन और गहलोत के बीच शनिवार शाम तक चार बार बैठकें हुईं। अंतिम बैठक शनिवार शाम पांच बजे हुई, जिसमें मंत्री बनने वालों की सूची को अंतिम रूप दिया गया। सीएम ने मंत्रिमंडल की बैठक पहले शाम साढ़े पांच बजे बुलाई थी। सहमति बनने में देरी के कारण बैठक पौंने सात बजे शुरू हुई। अब रविवार दोपहर दो बजे सभी विधायकों को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय बुलाया गया है।
गहलोत बोले-किसकी लाटरी लगेगी, खुद मुझे भी नहीं पता सीएम
गहलोत ने मंत्री बनाने के लिए खुद की पसंद के नामों की सूची माकन को सौंप दी है। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने माकन से कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जो फैसला करेंगे, वह उन्हें मंजूर होगा। उधर, गहलोत ने किसान विजय सभा को संबोधित करते हुए कहा कि माकन जिस काम से यहां आए हैं, वह अब होगा। कौन मंत्री बनेगा और कौन हटेगा, यह फैसला आलाकमान करेगा। किस की लाटरी लगने वाली है, यह खुद मुझे भी नहीं पता है। मैं खुद बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों के हिसाब से बनेंगे मंत्री सूत्र बताते हैं कि जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण के हिसाब से नए मंत्री बनाए जाएंगे। वर्तमान में 12 मंत्री पद खाली हैं। 200 सदस्यीय विधानसभा में 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, रामलाल जाट, हेमाराम चौधरी, बृजेंद्र ओला, महेश जोशी, मुरारी लाल मीणा, गोविंद मेघवाल, जाहिदा खान, मंजू मेघवाल, राजेंद्र गुढ़ा, संयम लोढ़ा, महेंद्र मालवीय और दीपेंद्र सिंह शेखावत को मंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि, नामों की अधिकारिक घोषणा रविवार सुबह की जा सकती है। तय फार्मूले के अनुसार पहली बार चुनाव जीतने वालों को मंत्री नहीं बनाया जाएगा। आधा दर्जन विधायकों को संसदीय सचिव और विधानसभा उपाध्यक्ष बनाया जाएगा। उधर, उच्च स्तर से मिले निर्देश के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने नए मंत्रियों के लिए गाड़ी और दफ्तरों का प्रबंध करना शुरू कर दिया है।