तप जीवन का सार है जो मन की अपार संभावनाओ के द्वार खोलता है

तप जीवन का सार है जो मन की अपार संभावनाओ के द्वार खोलता है
दिगबंर जैन मंदिर मे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते बच्चे

नकुड 25 सितंबर इंद्रेश। श्री आदिनाथ दिगबंर जैन मंदिर मे चल रहे पर्युषण पर्व के दौरान जैन धर्मालंिबयो ने चंद्र प्रभु को अर्घ समर्पित करते हुए संदेश दिया कि जीवन का सार तप है । तप के द्वारा मन के अंदर की अपार संभावनाओं का ज्ञान होता है।

इस मौके पर श्री आदिनाथ दिगबंर जैन मंदिर व चंद्रप्रभु चैतालय मे पर्यूषण पर्व के दौरान चंद्रप्रभु भगवान की पूजा अर्चना की गयी। इस दौरान बीती रात्री मंदिर परिसर मे आयोजित नीरथ प्रतियोगिता में सीनियर वर्ग में नियति जैन, ने प्रथम व आस्था व सिद्धि जैन ने संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान प्राप्त किया। जबकि जूनियर वर्ग में अंशिका , व माही ने प्रथम व सिद्धार्थ ने दुसरा स्थान प्राप्त किया। प्रत्यक्ष जैन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। देवेद्र जैन ने श्रीजी के सम्मुख नीरिथ करके श्रद्धालुओ का मन मोह लिया।

जैन मिलन के महामंत्री पंकज जैन वर्धन जैन, नग बताया कि इसी कडी में आज रात्री मे कौन बनेगा ज्ञानवीर प्रश्न मंच प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। जिसमें दशलक्षलम, भक्तांबर चालिसा, जिनवाणी, तीर्थंकर,णमोकार मंत्र व सामान्य ज्ञान पर आधारित प्रश्न पूछे जांयेगें।

इस मोैके पर राजीव जैन, देवेंद्र जैन, राजेश जैन राजू, पंकज जैन, संयम जैन, संजीव जैन, शिवम जैन, राजेश जैन, मुकेश जैन, सरिता जैन, साक्षी जैन, निशा जैन, शालु जैन, राखी जैन, दीपिका जैन, प्रतिभा जैन, नीलम जैन, वर्षा जैन, बीना जैन, मानसी जैन, आदि उपस्थित रहे।