पटना । लंबे समय बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बुधवार को पटना पहुंचे। यहां आते ही उन्होंने सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) को अपने साथ आने का न्योता दे डाला। कहा कि अब चिराग भाई को तय करना है कि बंच ऑफ थॉट्स के पुर्जे के साथ रहेंगे या बाबा साहेब ने जो संविधान लिखा उसका साथ देंगे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधा। इस क्रम में उन्होंने उम्मीद जताई कि लालू जी जल्द पटना आ सकते हैं।
लोजपा में टूट का मास्टरमाइंड कौन, सबको है पता
मीडिया से मुखातिब होते हुए तेजस्वी ने कहा कि यह सबको पता है कि लोजपा में टूट का मास्टरमाइंड (Mastermind) कौन है। ऐसे में चिराग पासवान को खुद दिशा तय करनी है। तेजस्वी ने कहा कि लोजपा को 2005 और 10 में भी नीतीश जी ने तोड़ने का प्रयास किया। जब 2010 में लोजपा का एक भी एमएलए-एमपी नहीं था तब लालू जी ने रामविलास पासवान को राज्यसभा सांसद बनाया था। यदि जोड़तोड़ करने वाले बिहार के विकास के लिए इतना सोचें तो बहुत कुछ हो जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री के इस बयान पर कि उन्हें लोजपा में टूट की जानकारी नहीं है, कहा कि उन्हें तो कुछ पता ही नहीं रहता है। उन्हें क ख, ग, घ का पता नहींं होता। होउन्हें यह भी पता नहीं कि बिहार में कोरोना और बाढ़ से जनता त्राहिमाम कर रही है। महंगाई चरम सीमा पर है। बिहार बेरोजगारी का केंद्र बना हुआ है। पुल बनकर टूट रहा है। आगे न जाने क्या होगा।
मैं नेता के साथ बेटा भी हूं
इतने दिनों बाद पटना आने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि सत्ता पक्ष को यह भी पता होना चाहिए कि वे नेता के साथ बेटा भी हैं। उनकी जिम्मेदारी अपने पिता के प्रति भी है। वर्तमान में लालू जी की तबीयत पर ध्यान रखने की जरूरत है। कोविड का दौर भी था। वे डॉक्टर की निगरानी में हैं। जल्द उनका पटना आना हो सकता है।