‘दिवाली के बाद भी नहीं हुई कृत्रिम बारिश’, दिल्ली में प्रदूषण पर AAP ने सरकार को घेरा

दिल्ली में दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है. शहर की हवा जहरीली हो चुकी है, बावजूद इसके कृत्रिम वर्षा का सरकारी वादा पूरा नहीं किया गया. इसी मुद्दे पर दिल्ली की बीजेपी सरकार को घेरते हुए आम आदमी पार्टी ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.
आप नेताओं ने सवाल किया है कि जब प्रदूषण से राहत दिलाने के लिए कृत्रिम वर्षा (आर्टिफिशियल रेन) का दावा किया गया था, तो फिर उसे अमल में क्यों नहीं लाया गया.
कहां गई कृत्रिम वर्षा की घोषणा- सौरभ भारद्वाज
आप के प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार (21 अक्टूबर) को बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि सरकार ने बड़े-बड़े दावे किए थे कि दिवाली के बाद आर्टिफिशियल रेन कराकर हवा साफ कर दी जाएगी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. भारद्वाज ने पूछा कि क्या बीजेपी सरकार चाहती है कि दिल्लीवासी बीमार पड़ें और निजी अस्पतालों का रुख करें?
सरकारी अस्पतालों पर प्रहार, प्राइवेट लॉबी से सांठगांठ का आरोप
भारद्वाज ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार की निजी अस्पतालों के साथ गहरी साठगांठ है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता लगातार निजी अस्पतालों का उद्घाटन कर रही हैं, जबकि सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं घटाई जा रही हैं. दवाइयां खत्म की जा रही हैं, टेस्ट बंद कर दिए गए हैं और इलाज के इंतज़ाम कम किए जा रहे हैं. उनका कहना था कि यह सब सुनियोजित ढंग से किया जा रहा है ताकि निजी स्वास्थ्य क्षेत्र को मुनाफा मिले.
प्रतिबंधित पटाखों की बिक्री पर उठाये सवाल
दिवाली पर ग्रीन पटाखों के साथ प्रतिबंधित पटाखों के खुलेआम बिकने पर भी आप नेता ने सरकार को घेरा. सौरभ भारद्वाज ने कहा, पटाखा लॉबी को करोड़ों का फायदा हुआ है. सवाल यह है कि यह फायदा किसे बांटा गया? पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में अगर प्रतिबंधित पटाखे बिके, तो यह सीधी साठगांठ का मामला है. उन्होंने पूछा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने केवल ग्रीन पटाखों की अनुमति दी थी, तो बाकी पटाखों की बिक्री कैसे हुई?
एक्यूआई नहीं बोल पाईं सीएम- सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा, जिस सरकार की मुख्यमंत्री को एक्यूआई भी सही से बोलना नहीं आता, वो आईक्यू, एआईक्यू, क्यू पता नहीं क्या बोलती हैं. उनसे प्रदूषण नियंत्रण की क्या उम्मीद की जाए?”
उन्होंने कहा कि बीजेपी अब वही डिफोमिंग एजेंट यमुना में डालकर दिखावा कर रही है, जिसके इस्तेमाल पर पहले वह आम आदमी पार्टी को कोसती थी.
सरकार छिपा रही प्रदूषण डेटा?
भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि अब यह लगभग तय है कि बीजेपी सरकार का पटाखा लॉबी के साथ समझौता है. उन्होंने कहा, दिवाली की रात पीएम2.5 और पीएम10 का डेटा उपलब्ध क्यों नहीं है? डीपीसीसी के कई मॉनिटरिंग स्टेशन से जानकारी गायब क्यों थी? क्या सरकार अब प्रदूषण के आंकड़ों से छेड़छाड़ कर रही है?
हाथ पर हाथ धरे बैठी है बीजेपी सरकार- गोपाल राय
दिल्ली के पूर्व पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने भी बीजेपी सरकार को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण रेड जोन में पहुंच गया है, लेकिन सरकार सिर्फ बयानबाजी में व्यस्त है. उन्होंने कहा बीते 20 दिनों में सरकार ने न तो कोई ठोस कदम उठाया और न ही कोई प्रभावी बातचीत की. जबकि विंटर एक्शन प्लान भी देर से घोषित किया गया.
गोपाल राय ने कहा कि बीजेपी के पास अब कोई बहाना नहीं बचा है. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और केंद्र सभी जगह बीजेपी की ही सरकार है. उन्होंने कहा, अगर प्रदूषण बाहरी इलाकों से आता है, तो भी जिम्मेदारी उन्हीं की बनती है. बीजेपी सरकार से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि, तुरंत प्रभावी कदम उठाए, क्योंकि आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है.