नो दिन मौत से लडने के बाद सेना के जवान विक्रांत हार गये जिंदगी की जंग

नो दिन मौत से लडने के बाद सेना के जवान विक्रांत हार गये जिंदगी की जंग
फोटो विक्रांत का फाईल फोटो

नो दिन पूर्व एक दुर्घटना मे विक्रांत गंभीर रूप से हो गये थे घायल

नकुड 26 जुलाई इंद्रेश। सेना के जवान विक्रांत कुमार आखिर जिंदगी की जंग हार गये ।नो दिन तक देहेरादून के एक अस्पताल मे भर्ती विक्रात ने शनिवार को अंतिम सांस ली।
शनिवार को विक्रात की शहादत की खबर आयी तो क्षेत्र मे मातम छा गया । निकटवर्ती ग्राम फतेहपुर जट निवासी जोगेंद्रसिंह का पुत्र विक्रात पंाच जाट रेजिमेंट मे कार्यरत थे। वर्तमान मे उनकी पोस्टिंग लेह लददाख मे थी।

सेना की गाडी मे गांव पहुचा विक्रात का शव

परिजनो के मुताबिक करीब 15 दिन पूर्व विक्रात छुटटी पर घर आये थे। वे कावड लेकर जाना चाहते थे। लेकिन नियति को कुछ ओर ही मंजूर था। वे एक सडक दुघटना मे गंभीर रूप से घायल हो गये । जिसके बाद उन्हे देहेरादून के एक अस्पताल मे उपचार के लिये भर्ती कराया गया। जंहा उपचार के दौरान शनिवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। शहीद विकं्रात अपने पीछे डेढ वर्ष का एक बेटा व पत्नी भाई विक्की व माता पिता को छोडकर गये हैं। उनका भाई पुलिस मे कार्यरत है।

विक्रांत के अंतिम संस्कार मे उमडा लोगो का हुजुम

शनिवार को सेना की गाडी से उनका शव उनके पैतृक गांव पंहुचा। जंहा बडी संख्या मे आस पास के ग्रामीणो ने उनकी अंतिम या़त्रा मे भाग लिया। देर शाम राष्टरीय सम्मान के साथ गांव के शमशानघाट मे उन्हे अंतिम विदायी दी गयी। इस मौके पर एसडीएम सुरेंद्र कुमार, कोतवाल अविनाश गौतम ,ब्लाक प्रमुख सभाष चैधरी सहित बडी संख्या मे ग्रामीण उ पस्थित रहे।

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