अध्याना में ग्राम प्रधान की शिकायतों की जांच करने पंहुची टीम, मिली गड़बड़ी

सहारनपुर [24CN]: नकुड तहसील के अध्याना ग्राम प्रधान के विरुद्ध ग्राम समाज की भूमि पर पेड़ों के अवैध कटान, शौचालय में अनियमितता तथा अवैध तरीके से धन राशि निकाले जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी द्वारा गठित 3 सदस्यों की टीम गुरुवार को अध्याना पहुंची। टीम ने घर-घर जाकर शौचालयों के निर्माण व विकास कार्यो की वास्तविकता परखीं।
जांच अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीएस शर्मा व ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग के अवर अभियंता रामकुमार गुरुवार दोपहर अध्याना गांव पहुंचे और ग्रामीणों की शिकायत पर ग्राम प्रधान द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनवाए गए शौचालयों का भौतिक सत्यापन कर विकास कार्यों की हकीकत को परखा। इस दौरान जांच अधिकारी ने पाया कि ग्राम सभा द्वारा 302 शौचालय का निर्माण अभिलेखों में दर्शाया गया है, जबकि मौके पर 14 शौचालय निर्मित नहीं पाए गए। जांच अधिकारी डॉ बीएस शर्मा ने चंद्रपाल खेड़ी में भी शौचालयों के जांच की जिनमें आधा दर्जन शौचालय पूर्व में निर्मित पाए गए, लेकिन इन शौचालयों का निर्माण योजनान्तर्गत दिखाया गया था। जांच अधिकारी डॉ बीएस शर्मा ने कहा कि जांच में ग्राम प्रधान के विरुद्ध अनियमितता और गड़बड़ी के संकेत मिले हैं। नियमानुसार जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को प्रेषित कर विभागीय कार्रवाई हेतु लिखा जाएगा।
ग्राम प्रधान व सचिव मिले नदारद
जांच के समय ग्राम प्रधान सविता व पंचायत सचिव अरविंद शर्मा मौके से नदारद मिले। जांच अधिकारी डॉ बीएस शर्मा ने दोनों की अनुपस्तिथि पर नाराजगी व्यक्त की वंही शिकायत करने वाले ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान व सचिव के मौके पर नहीं मिलने पर रोष जताया।
मौके पर जांच में 14 शौचालय नहीं मिले
जांच टीम को सत्यापन के दौरान स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायत द्वारा गए 302 शौचालयों में से 14 शौचालय कही नहीं मिले। जबकि स्वच्छ भारत मिशन की वेबसाइट और ग्राम पंचायत के तमाम रिकॉर्ड में उक्त शौचालय को निर्मित दिखाकर चालू दिखाया गया है। जांच अधिकारी डॉ बीएस शर्मा ने इसे प्रारंभिक तौर पर कथित अनियमितता माना और कहा की जिस प्रकार शौचालय सूची में तो दिए गए हैं मगर गांव में लाभार्थियों ने उनके घर पर शौचालय निर्मित न कराए जाने की पुष्टि की है। उससे ग्राम प्रधान पर लगाए गए आरोपों को बल मिलता दिख रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि उनकी जांच अभी किसी नतीजे पर तो नहीं पहुंची है अभी प्रशासनिक रिकॉर्ड, विभागीय अभिलेखों के साथ मिलान के बाद ही प्रधान के विरुद्ध किसी भी प्रकार का आरोप सिद्ध हो पाएगा। उन्होंने बताया कि 2 से 3 दिन में जांच रिपोर्ट तैयार कर डीएम को सौंप दी जाएगी।
एसडीएम व तहसीलदार भी लगा चुके हैं ग्राम प्रधान द्वारा अवैध पेड़ कटान में धांधली के आरोपों पर पर मुहर
अध्ययना गांव में ग्राम प्रधान पर ग्रामीणों द्वारा लगाए गए कथित आरोपों को बीते मार्च में एसडीएम नकुड़ पीएस राणा भी अपनी जांच में सही ठहरा चुके हैं और उन्होंने ग्रामीणों द्वारा ग्राम समाज ग्राम पंचायत की जमीन पर लगाए गए आठ साल पुराने यूकेलिप्टस व शीशम के पेड़ों को बिना किसी नीलामी के अवैध ढंग से प्रधान पति, लेखपाल व ग्राम पंचायत सचिव अरविंद शर्मा द्वारा आपसी सांठगांठ कर काटने की आरोपों को सही पाया है था। ग्राम प्रधान व लेखपाल तथा पंचायत सचिव के विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्यवाही के आदेश दिए थे।
मगर ग्राम प्रधान सविता व कथित भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए अन्य सभी आरोपी अपने राजनीतिक रसूख का लाभ उठाकर तब कानूनी कार्रवाई से बचने में कामयाब रही थी।
जांच टीम के सामने ही भिड़े दोनों पक्ष, मौके से चलती बनी जांच टीम
आरोपों की जांच के लिए पहुंची पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ बीएस शर्मा के नेतृत्व में 3 सदस्य टीम अध्याना में निर्माणाधीन डिग्री कॉलेज में पेड़ों के अवैध कटान का सत्यापन करने पहुंची तो ग्राम प्रधान समर्थक व आरोप लगाने वाला पक्ष आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों में जमकर कहासुनी और धक्का-मुक्की हुई जिसके बाद जांच टीम मौके चलती बनी।
बड़े भाजपा नेता पर प्रधान को सरक्षण देने का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र का एक बड़ा व जाना-माना भाजपा नेता ग्राम प्रधान सविता के भ्रष्टाचार पर उसे राजनितिक संरक्षण दे रहा है। जिसके चलते वह पहले भी कई बार अपने रसूख के बलबूते जांच प्रभावित कर चूका है। ग्रामीणों ने कहा कि अध्याना गाँव को क्षेत्र में भाजपा समर्थित व समर्पित गाँव के रूप में जाना जाता है। यदि भाजपा नेता ने इस बार भी ग्राम प्रधान को बचाने का प्रयास किया तो इस नेता का कच्चा चिट्टा भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय अध्यक्ष तक को भेजा जाएगा, और साथ ही गाँव में भाजपा का पूर्ण बहिष्कार भी किया जा सकता है।