‘तुष्टीकरण वाली विचारधारा, सब वोट के लिए…’ नित्यानंद ने ‘हिंदू विरोधी’ बयान को लेकर स्वामी प्रसाद और इंडी गठबंधन को खूब सुनाया
पटना। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य अक्सर हिंदू और सनातन विरोधी बयानों को लेकर विवादों में घिर जाते हैं। उन्होंने एक बार फिर हिंदू धर्म के खिलाफ बयान दे दिया है।
उन्होंने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा,’हिंदू एक धोखा है। वेसै भी 1995 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिंदू कोई धर्म नहीं है, यह जीवन जीने की एक शैली है। RSS प्रमुख मोहन भागवत ने भी दो बार कहा है कि चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है।’
अब इस बयान को लेकर देश भर में सियासत तेज हो गई है। भाजपा के नेता इस बयान को लेकर इंडी गठबंधन और समाजवादी पार्टी को घेरने लगे हैं।
इंडी गठबंधन के नेता पर साधा निशाना
अब केन्द्रीय मंत्री और भाजपा नेता नित्यानंद राय ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि चाहे स्वामी प्रसाद मौर्य बोलें या इंडी गठबंधन का कोई भी नेता हो, वे ‘धर्म’ का मतलब नहीं समझते हैं।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि समाज धर्म, परिवार धर्म और देश धर्म क्या होता है, ये सब समझते ही नहीं हैं। जीवन में वह आदर्श और मर्यादा, जो भावनाओं और आचरण को पवित्र रखे, जो सद्भावना-प्रेम का भाव दे, यह हिंदू सनातन धर्म की विशेषता है।
नित्यानंद राय ने कहा कि हिंदू जीवन पद्धति सनातन धर्म के आधार पर खड़ी है। इसके संस्कार मानवता को पवित्र बनाकर रखें हैं। इंडी गठबंधन के लोग संस्कार को नहीं समझेंगे क्योंकि उनका विचार ही तुष्टीकरण पर आधारित है। उन्होंने कहा कि वह तुष्टीकरण भी केवल वोट के लिए है। इससे देश को नुकसान पहुंच रहा है।