केंद्र व प्रदेश सरकार की अनदेखी से अन्नदाता किसान बेहाल: वर्मा

केंद्र व प्रदेश सरकार की अनदेखी से अन्नदाता किसान बेहाल: वर्मा
  • सहारनपुर में भाकियू वर्मा की बैठक को सम्बोधित करते भगतसिंह वर्मा।

सहारनपुर [24CN]। भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय संयोजक व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी देश के अन्नदाता किसानों की बदहाली व आर्थिक परेशानियों के लिए दिल्ली में बैठे नेता सीधे-सीधे जिम्मेदार हैं। भगतसिंह वर्मा देवबंद तहसील के गांव हासिमपुरा में आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के अन्नदाता किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य तो दूर लागत मूल्य भी सरकार नहीं दिला पा रही है। जिस कारण देश भी आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि देश के अन्नदाता किसानों की क्रय शक्ति बढऩे से ही देश आर्थिक रूप से मजबूत हो सकता है।

श्री वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश गन्ने का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है परंतु सरकार की गलत नीतियों के कारण उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों पर सबसे अधिक कर्ज हो गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों की उन्नति के लिए भाजपा की योगी सरकार को गन्ने का लाभकारी मूल्य 600 रूपए प्रति कुंतल तत्काल घोषित करना चाहिए तथा चीनी मिलों से बकाया गन्ना मूल्य भुगतान किसानों को दिलाए तथा विगत वर्षों में देरी से किए गए गन्ना मूल्य भुगतान पर लगा ब्याज किसानों को दिलाए। उन्होंने कहा कि किसानों की स्थिति दयनीय हो गई है जिसके लिए देश के किसानों को जाति, बिरादरी व धर्म की भावना से ऊपर उठकर आगामी 31 जुलाई को जामिया तिब्बिया कालेज देवबंद हाइवे पर हजारों की संख्या में पहुंचने की जरूरत है। उन्होंने अन्नदाता किसानों के कर्ज माफ कराने, किसानों को नि:शुल्क बिजली दिलाने, गरीबों को आधे रेट पर बिजली दिलाने, मनरेगा योजना को खेती से जोडऩे, अग्निपथ योजना को रद्द कराने, गन्ने का लाभकारी मूल्य 600 रूपए प्रति कुंतल कराने, गन्ना भुगतान व ब्याज दिलाने, हाइवे व सड़कों से टोल टैक्स माफ कराने की मांग की।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए भाकियू वर्मा के प्रदेश सचिव ऋषिपाल प्रधान ने कहा कि भाकियू वर्मा राष्ट्रीय संयोजक भगतसिंह वर्मा के नेतृत्व में अन्नादाता किसानों की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ेगी। उन्होंने भाजपा की योगी व मोदी सरकारों को किसान विरोधी बताया। बैठक का संचालन करते प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि भाजपा की योगी सरकार में विद्युत विभाग के अधिकारी व कर्मचारी निरंकुश हो गए हैं तथा विद्युत विभाग द्वारा आम आदमी का उत्पीडऩ किया जा रहा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में मौहम्मद साजिद, अब्दुल सत्तार, प्रधान मौ. यूसुफ, मौ. नदीम, जीशान अहमद, इरफान, फुरमान, गुलफाम, परवेज, फारूख, ताहिर, महमूद आदि मौजूद रहे।


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