गांजा तस्करी में पकड़ी गई थी अंजलि की दोस्त निधि, आगरा में आठ महीने से तारीख पर नहीं आई

गांजा तस्करी में पकड़ी गई थी अंजलि की दोस्त निधि, आगरा में आठ महीने से तारीख पर नहीं आई

दिल्ली के कंझावाला अंजली हत्याकांड में प्रमुख गवाह है निधि। जीआरपी आगरा कैंट थाने ने गांजा तस्करी के आरोप में किया था गिरफ्तार। आगरा में निधि को नहीं मिला था कोई जमानती। दिल्ली से मां ने आकर कराई थी जमानत।

आगरा । दिल्ली के कंझावाला में अंजली हत्याकांड की प्रमुख गवाह निधि के बारे में नित नई जानकारी सामने आ रही है। दो वर्ष पहले जीआरपी कैंट पुलिस द्वारा गांजा तस्करी के आरोप में जेल भेजी गई थी। वह आठ महीने से न्यायालय में तारीख पर नहीं आई है। शहीद नगर के रहने वाले अधिवक्ता आसिफ आजाद उसका मामला देख रहे हैं।

कार से कई किलोमीटर घसीटी थी अंजलि

दिल्ली के कंझावाला में 31 दिसंबर की रात को अंजली के साथ निधि भी स्कूटर पर थी। कार सवार युवक अंजली को कई किलोमीटर तक घसीटते ले गए थे। जिससे उसका शव क्षत-विक्षत हो गया था। निधि मामले में प्रमुख गवाह है। जीआरपी आगरा कैंट ने छह दिसंबर को उसे गांजा तस्करी के आरोप में जेल भेजा था। जानकारी के बाद जीअारपी अब निधि से संबंधित जानकारी जुटा रही है। उसने निधि के अधिवक्ता आसिफ आजाद से भी जानकारी की।

आगरा में गांजा तस्करी में पकड़ी थी निधि

निधि की 18 जनवरी 2021 को जमानत हुई थी। वह जमानत के बाद सात दिन तक जेल में रही थी। उसके दिल्ली से होने के चलते कोई जमानतदार नहीं मिला था। सात दिन बाद मां कुछ लोगों के साथ आगरा आई थीं। जमानत पर बाहर आने के बाद वह कुछ महीने तक तारीख पर आई थी। इसके बाद उसने अधिवक्ता के माध्यम से तारीख पर लीं। कुछ समय तक उनकी फीस दी। लंबे समय से निधि ने अधिवक्ता की फीस भी नहीं दी।

पुलिस कर रही है जांच

दिल्ली पुलिस मामले में अभी जांच कर रही है। निधि दुर्घटना के समय स्कूटी पर अंजलि के पीछे बैठी थी। दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए निधि के बयान की जांच की। दिल्ली पुलिस ने दुर्घटना में शामिल कार के कथित मालिक आशुतोष सहित दो और लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार, इन दोनों पर पांच व्यक्तियों (दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल) को बचाने का आरोप लगाया गया है, जिन्हें मामले में पहले गिरफ्तार किया गया था।

 


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