मणिपुर में गुस्साई भीड़ ने जलाया महिलाओं से दरिंदगी के आरोपी का घर
मणिपुर में कूकी और मैतई समुदाय में जारी हिंसा के बीच महिलाओं के साथ दरिंदगी और निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाए जाने की घटना से पूरे देश में आक्रोश का माहौल है, राज्य में गुस्साई भीड़ ने घटना के मुख्य आरोपी का घर जला दिया और.
New Delhi: देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई दरिंदगी पर लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस क्रम में गुस्साई भीड़ ने घटना के मुख्य आरोपी के घर में आग लगा दी. घटना इंफाल के पास चेकमाई इलाके की बताई जा रही है. घटना से आक्रोशित भीड़ ने महिलाओं से दरिंदगी के मुख्य आरोपी खुयरूम हेरादास को फूंक दिया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. आपको बता दें कि मणिपुर में दो महिलाओं से रेप करने के बाद उनको नग्न अवस्था में सड़क पर घुमाया गया था. सैकड़ों की भीड़ में शामिल आरोपी वीडियो में महिलाओं के साथ अश्लील हरकत और छेड़छाड़ करते हुए नजर आए थे.
वीडियो में महिलाओं को निर्वस्त्र अवस्था में सड़क पर घुमाया था
इस क्रम में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कल यानी गुरुवार को थॉउबल जिले से आरोपी खुयरूम हेरादास को गिरफ्तार कर लिया. 32 वर्षीय हेरादास वायरल वीडियो में महिलाओं से छेड़छाड़ करता नजर आ रहा है. उसने ग्रीन कलर की टी-शर्ट पहन रखी है. फिलहाल पुलिस वीडियो के आधार पर अन्य आरोपियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है. यह वीडियो 4 मई का बताया जा रहा है. आईटीएलएफ के एक प्रवक्ता के अनुसार वीडियो इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले का है. वीडियो में महिलाएं निर्वस्त्र अवस्था में हैं और भीड़ में शामिल लोग उनसे लगातार अश्लील हरकत कर रहे हैं. जबकि असहाय महिलाएं मदद की गुहार लगा रही हैं. प्रवक्ता ने बताया यह वीडियो भी आरोपियों में से किसी एक ने बनाया है, जिसके बाद में वायरल कर दिया गया.
क्या है पूरी घटना
जानकारी के अनुसार यह घटना मणिपुर के कांगपोकपी जिले के फेनोम गांव का है. 3 मई को राज्य में भड़की जातीय हिंसा के अगले दिन यानी 4 मई को दिन में हजारों की संख्या में हथियारबंद लोग गांव में घुस आते हैं. ये लोग गांव में खूब तोड़फोड़ करते हैं और लूटपाट करने के बाद घरों को आग के हवाले कर देते हैं. ऐसे में गांव के लोग अपनी जान बचाने के लिए जंगल की तरफ भागते हैं. इस दौरान गांव के ही पांच लोग खुद को बचाने के लिए जंगल की ओर निकल पड़े. इन लोगों में दो पुरुष और तीन महिलाएं ( 56 वर्षीय एक व्यक्ति, 19 वर्षीय उसका बेटा, 21 वर्षीय बेटी, 52 व 42 साल को दो महिलाएं ) शामिल थे. इन लोगों ने जान का खतरा देख फोन से पुलिस को सूचना दी और खुद की लोकेशन जंगल में होना बताई. मौके पर पहुंची नोंगपोक पुलिस ने इन लोगों का रेस्क्यू किया और गाड़ी में अपने साथ पुलिस स्टेशन ले जाने लगे. तभी पुलिस थाने से महज दो किमी दूर लोगों की भीड़ ने पुलिस के घेर इन लोगों को गाड़ी से उतार लिया.
भीड़ ने 56 वर्षीय शख्स की वहीं हत्या कर दी और 19 वर्षीय भाई के सामने ही महिलाओं के कपड़े उतारे. इसके बाद दरिंदों ने पहले 21 वर्षीय युवती के साथ गैंगरेप किया और फिर भाई की हत्या कर दी. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने महिलाओं को नग्न अवस्था में सड़क पर घुमाया.