..और सुरक्षित होगा भारत का आकाश, विजयादशमी पर मिला पहला राफेल ‘आरबी-001’
- 60,000 फुट की ऊंचाई तक एक मिनट में जा सकता है राफेल
- 2,223 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ान भरने की क्षमता
- इंफ्रारेड सर्च, ट्रैकिंग जैसी खूबियों से लैस होगा भारत का राफेल
- पाकिस्तान के एफ-16 फाइटर जेट से हर मायने में है ताकतवर
‘विजयादशमी’ और भारतीय वायुसेना के स्थापना दिवस के दिन भारत को विश्व के सबसे शक्तिशाली लड़ाकू विमानों में से एक राफेल विमान मिल गया। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और वाइस चीफ मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा मंगलवार को फ्रांसीसी शहर बॉर्डोक्स पहुंचे, जहां ‘हैंडओवर सेरेमनी’ में फ्रांस ने भारत को राफेल विमान सौंपा। पहले राफेल का नाम वायुसेना प्रमुख राकेश भदौरिया के नाम पर ‘आरबी-001’ रखा गया है। हालांकि राफेल की पहली खेप अगले साल मई में मिलेगी, क्योंकि भारत में इसे रखने के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है।
राफेल ग्रहण करने के बाद राजनाथ ने कहा, हमारे पास विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है और मेरा मानना है कि राफेल हमें और भी मजबूत बनाएगा। यह क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत के हवाई प्रभुत्व को तेजी से बढ़ावा देगा। भारत और फ्रांस के बीच 23 सितंबर, 2016 को 36 राफेल विमानों को लेकर करार हुआ था। मुझे खुशी है कि राफेल की डिलीवरी सही समय पर हो रही है। मुझे भरोसा है कि सभी राफेल विमान भारत को समय पर मिल जाएंगे।
राजनाथ ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच राजनीतिक संबंध मजबूत हो रहे हैं। मुझे खुशी है कि इस समय बड़ी संख्या में भारतीय वायु सेना के एयरमैन फ्रांस में फ्लाइंग, मेंटेनेंस और लॉजिस्टिक्स का प्रशिक्षण ले रहे हैं। इससे उन्हें भारत में काफी मदद मिलेगी। राफेल का निर्माण करने वाली दसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रेपियर ने कहा, यह हमारे लिए गर्व का पल है। हमने वही किया, जो हमारे करार में था। भारतीय वायुसेना के लिए यह बड़ा दिन है। भारत का पहला राफेल विमान उड़ान भरने को पूरी तरह तैयार है।
Content retrieved from: https://www.amarujala.com/world/defence-minister-rajnath-singh-received-first-rafael-rb-001-in-france-on-occasion-of-dussehra.