‘भारतीयों के लिए मिसाल कायम करना है…’, Axiom-4 मिशन से पहले और क्या बोले शुभांशु शुक्ला?

फ्लोरिडा। कई महीनों के लंबे इंतजार के बाद आखिर वो दिन आ ही गया, जिसका पूरी दुनिया को बेसब्री से इंतजार था। Ax-04 मिशन के तहत अमेरिका के फ्लोरिडा से 4 अंतरिक्ष यात्री आज अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) का रुख करेंगे। इनमें भारत के शुभांशु शुक्ला भी शामिल हैं।
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भारतीय अनुसंधान रिसर्च सेंटर (ISRO) के गगनयान मिशन का हिस्सा हैं। यही वजह है कि इसरो ने शुभांशु को Ax-04 मिशन के लिए चुना है।
2006 में बने थे वायुसेना का हिस्सा
शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ताल्लुक रखते हैं। उनका जन्म 10 अक्तूबर 1985 को हुआ था। जून 2006 में शुभांशु भारतीय वायुसेना (IAF) की फाइटर विंग का हिस्सा बने थे। शुभांशु को कॉम्बैट लीडर और अनुभवी परीक्षण पायलट के रूप में 2000 घंटों का फ्लाइट एक्सपीरियंस है। वायुसेना में रहते हुए शुभांशु सुखोई-30, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डॉर्नियर और एन-32 जैसे लड़ाकू विमान उड़ा चुके हैं।
रूस में 1 साल लिया परीक्षण
शुभांशु ने 2019 में रूस की राजधानी मॉस्को स्थित री गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर से 1 साल का परीक्षण लिया। 27 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गगनयान मिशन के लिए शुभांशु शुक्ला के नाम ऐलान किया था।
शुभांशु ने साझा किया अनुभव
Ax-04 मिशन के लिए शुभांशु शुक्ला बेहद उत्सुक हैं। 1984 के बाद शुभांशु पहले ऐसे भारतीय होंगे, जो अंतरिक्ष में कदम रखने जा रहे हैं। Ax-04 मिशन ने शुभांशु का यूट्यूब पर एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें उनकी खुशी साफ देखी जा सकती है। शुभांशु ने वीडियो में कहा-
मुझे फ्लोरिडा आने से ठीक 1 हफ्ते पहले ही पता चला था कि मैं Ax-04 मिशन का हिस्सा बनने जा रहा हूं। मैं इस मिशन के लिए बेहद उत्सुक था। मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था क्योंकि पहली बार मुझे अंतरिक्ष में उड़ान भरने का मौका मिला था। उस समय मुझे समझ नहीं आया कि मैं कैसे रिएक्ट करूं?
शुभांशु शुक्ला