केंद्र सरकार ने गरीब और कुपोषित लोगों के लिए एक बड़ी राहत का ऐलान किया है। दिसंबर 2028 तक देशभर में मुफ्त फोर्टिफाइड चावल बांटा जाएगा, जिससे लगभग 80 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। इस योजना का कुल बजट ₹17,082 करोड़ है। सरकार का उद्देश्य कुपोषण से लड़ना और बच्चों को बेहतर पोषण प्रदान करना है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस फैसले की जानकारी अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर साझा की।
ट्विट कर दी जानकारी
अमित शाह ने अपने पोस्ट में लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी जी ने गरीबों और अंत्योदय के संकल्प को जमीन पर उतारा है। केंद्रीय कैबिनेट ने PM गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 2028 तक मुफ्त फोर्टिफाइड चावल वितरण की मंजूरी दी है। इससे 80 करोड़ लोगों को फायदा होगा और एनीमिया जैसी बीमारियों से बचाव होगा।”
योजना को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया
इंडिया टीवी ने इस योजना पर आम जनता से बातचीत की। भोपाल के अशोका गार्डन इलाके की राशन दुकान पर मौजूद लोगों ने योजना का स्वागत किया। राशन दुकानदार अशोक विश्वकर्मा ने बताया कि उनकी दुकान से हर महीने करीब 2000 लोग राशन लेते हैं। इस योजना से कुपोषण की समस्या कम होगी। वहीं, परवीन कुरैशी नामक महिला ने कहा कि तीन लोगों के परिवार को 15 किलो गेहूं और चावल मुफ्त में मिल रहा है, जिससे उनके परिवार का पेट भर रहा है।
दीपक नाम के एक व्यक्ति ने बताया कि उनका परिवार चार लोगों का है, और उन्हें प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज मिल रहा है। उन्होंने इसे आम जनता के लिए बहुत ही लाभकारी योजना बताया, खासकर उन परिवारों के लिए जो अनाज खरीदने में सक्षम नहीं हैं।
मंत्री और जनता ने की सराहना
मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने भी इस योजना का स्वागत किया। उन्होंने कहा, “मोदी जी की योजनाएं केवल रस्मअदायगी नहीं होतीं, बल्कि उनमें पोषण का भी ध्यान रखा जाता है। फोर्टिफाइड चावल में विटामिन बी-12 और फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो बच्चों और आम लोगों के लिए फायदेमंद हैं।”
योजना के तहत 80 करोड़ लोगों को फोर्टिफाइड चावल मिलेगा, जिससे कुपोषण के खिलाफ लड़ाई में सरकार की प्रतिबद्धता साफ दिखती है।