अमित शाह ने कहा- स्वदेशी Anti Drone टेक्नोलॉजी विकसित कर रहा भारत, BSF को मिलेगा जल्द
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्थापना दिवस समारोह में हिस्सा लेने से पहले देश में सुरक्षा बलों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर शाह ने बताया कि भारत ड्रोन रोधी तकनीक विकसित कर रहा है, जो जल्द ही सुरक्षा बलों को प्रदान की जाएगी.
जैसलमेर: जैसलमेर (Jaisalmer) में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 57वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि देश तभी प्रगति कर सकता है जब वह सुरक्षित हो. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि यह हमारे जवान ही हैं जो राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं. अमित शाह ने कहा, बीएसएफ के जवानों ने देश के लिए सबसे ज्यादा कुर्बानी दी है. बीएसएफ सबसे कठिन सीमाओं पर देश की रक्षा कर रही है. पूरे देश की ओर से हमारे प्रधानमंत्री सभी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्थापना दिवस समारोह में हिस्सा लेने से पहले देश में सुरक्षा बलों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर शाह ने बताया कि भारत ड्रोन रोधी तकनीक विकसित कर रहा है, जो जल्द ही सुरक्षा बलों को प्रदान की जाएगी. गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र देश की सीमाओं पर किसी भी घुसपैठ पर तुरंत कार्र्वाई के लिए प्रतिबद्ध है और इसे करके भी दिखा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि बीएसएफ का स्थापना दिवस समारोह पहली बार दिल्ली के बाहर मनाया जा रहा है.
ड्रोन रोधी टेक्नोलॉजी उपबल्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध
अमित शाह ने यह भी कहा कि सरकार सुरक्षा बलों को दुनिया की बेहतरीन तकनीक मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि भारत सुरक्षा बलों के लिए ड्रोन रोधी तकनीक विकसित कर रहा है. केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, हाल के दिनों में ड्रोन और अज्ञात रूप से उड़ने वाली वस्तुओं को पाकिस्तान के साथ भारत की सीमा पर देखा गया है.
सेना के 35,000 जवान शहीद
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि विभिन्न सीमाओं पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के 35,000 जवानों की बलि दी गई है.
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार शहीद जवानों के परिवारों की देखभाल के लिए कदम उठा रही है. अमित शाह ने कहा, “सभी सीएपीएफ परिवारों को स्वास्थ्य कवर दिया जा रहा है. शहीदों के परिवारों को एक महीने के भीतर वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है.