मेरठ के अमित कुमार शौर्य चक्र से सम्मानित, जम्मू-कश्मीर में हुए आपरेशन में दिखाया साहस, 30 आतंकी मारे, 5 पकड़े

मेरठ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट अमित कुमार को जम्मू-कश्मीर में हुए आपरेशन के दौरान अदम्य साहस दिखाने पर शौर्य चक्र से मंगलवार को सम्मानित किया। अमित मेरठ के न्यू मीनाक्षीपुरम निवासी हैं। यह सुखद संयोग है कि क्रांति दिवस की पूर्व संध्या पर उन्हें यह सम्मान मिला है। अमित का परिवार मूल रूप से बुलंदशहर जिले के गांव निसुर्खा निवासी है। पिता जीत सिंह भी सेना से सेवानिवृत्त हैं।
मेरठ के आर्मी स्कूल से की पढ़ाई
आर्मी स्कूल मेरठ कैंट से अपनी स्कूलिंग पूरी करने के बाद उन्होंने मेरठ कालेज से बीएससी और भौतिक विज्ञान में एमएससी की। वर्ष 2013 में अमित सीआरपीएफ में सीधे नियुक्त होकर अधिकारी बने। विभिन्न स्थानों पर तैनात रहने के बाद अप्रैल 2018 में उनकी नियुक्ति श्रीनगर स्थित वैली क्यूएटी के कमांडर के पद पर हुई।
15 एनकाउंटर में टीम के साथ रहे
इस दौरान उन्होंने अनेक आपरेशन में हिस्सा लिया। वह 15 एनकाउंटर में टीम के साथ शामिल रहे, इनमें 30 आतंकवादी मारे गए और पांच को जिंदा पकड़ा गया। कार्य की सराहना में सीआरपीएफ अमित को अब तक 14 प्रशस्ति पत्र से सम्मानित कर चुकी है। गत 29 अगस्त से उनकी तैनाती नई दिल्ली में वन सिग्नल सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर है। उनके सम्मानित होने पर स्वजन और पारिवारिक मित्र सरबजीत सिंह कपूर आदि ने हर्ष व्यक्त किया।
12 अक्टूबर 2020 के आपरेशन के लिए मिला शौर्य चक्र
अमित ने दिल्ली से फोन पर बताया कि उन्हें शौर्य चक्र श्रीनगर के बरजुल्ला इलाके में हुए आपरेशन के लिए दिया गया है। 12 अक्टूबर 2020 को हुए आपरेशन को याद करते हुए उन्होंने बताया कि एक सूचना के बाद उनके नेतृत्व में सीआरपीएफ की टीम एक घर में छिपे आतंकियों को पकड़ने के लिए रवाना हुई।
एक आतंकी हुआ था ढेर
घर में प्रवेश के बाद आतंकियों के ग्रेनेड हमले में उनके दो साथी घायल हो गए। उन्हें वहां से बाहर निकाला और दोबारा घर में प्रवेश कर गए। उनकी गोली से एक आतंकी ढेर हुआ। एक अन्य को उनके साथियों ने मार गिराया। 15 अगस्त को उन्हें इस आपरेशन के साथ-साथ अन्य आपरेशन के लिए तीन पुलिस पदक से सम्मानित करने की घोषणा हुई थी।