आतंकी खतरे के बीच राम मंदिर की सुरक्षा का नया प्लान, हाईटेक इंतज़ाम के बाद परिंदा भी नहीं मार सकेगा पर

आतंकी खतरे के बीच राम मंदिर की सुरक्षा का नया प्लान, हाईटेक इंतज़ाम के बाद परिंदा भी नहीं मार सकेगा पर

अयोध्या: राम मंदिर के शिखर पर कलश स्थापना के साथ निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है, लेकिन इसके साथ ही आतंकी खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में, 12 अप्रैल को मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और सतर्कता बढ़ गई है।

सुरक्षा योजना का विस्तार

राम मंदिर की सुरक्षा को और पुख्ता बनाने के लिए एक नया विस्तृत सुरक्षा प्लान तैयार किया गया है। इस योजना के तहत:

  • सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

  • एंटी-ड्रोन सिस्टम, टायर किलर और अन्य आधुनिक उपकरण पहले से ही लगाए जा चुके हैं।

  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित निगरानी तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।

  • CCTV कैमरों के साथ-साथ टीथर्ड ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं, जिससे मंदिर परिसर की 360 डिग्री निगरानी हो सके।

  • द्वारों, भवनों और बाउंड्री वॉल पर ऐसे उपकरण लगाए जा रहे हैं, जो पूरे क्षेत्र की निगरानी एक ही नजर में कर सकें।

भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यह प्लान तैयार किया गया है, क्योंकि मंदिर के पूर्ण रूप से बन जाने के बाद यहां श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि होने की संभावना है।

पिछले 9 महीनों में सामने आए आतंकी षड्यंत्र:

  1. 12 अप्रैल 2025: ट्रस्ट की मेल पर मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी।

  2. 22 अगस्त 2024: हेल्पलाइन नंबर पर धमकी मिली।

  3. 2 मार्च 2025: फरीदाबाद में ग्रेनेड के साथ संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी — जो ISIS से जुड़ा था।

  4. 12 व 17 फरवरी 2025: दर्शन मार्ग पर उड़ते हुए संदिग्ध ड्रोन को मार गिराया गया।

निष्कर्ष:
अयोध्या के राम मंदिर की सुरक्षा को लेकर कोई कोताही न हो, इसके लिए लगातार सुरक्षा तंत्र को अपडेट किया जा रहा है। सरकार और सुरक्षा एजेंसियों का उद्देश्य है कि राम मंदिर श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह सुरक्षित रहे, चाहे खतरा कितना भी बड़ा क्यों न हो।