अमरावती। अमरनाथ हादसे मेंआंध्र प्रदेश के भी 50 से अधिक श्रद्धालु फंस गए थे। इनमें से 39 श्रद्धालु मिल चुके हैं वहीं 13 अब भी लापता हैं। बता दें कि चार दिन पहले अमरनाथ गुफा के पास अचानक बादल फटने से आए बाढ़ ने तबाही मचा दी। यह जानकारी राज्य सरकार की ओर से सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों में दी गई है। इसके अनुसार राजामहेंद्रवरम (Rajamahendravaram) की दो महिलाएं और नेल्लोर (Nellore) से वहां गया 11 लोगों का समूह लापता है।

नेल्लोर से 18 लोगों का एक अन्य ग्रुप जो रविवार तक लापता था उसे राहत और बचावकर्मियों की टीम ने ढूंढ लिया है। रेस्क्यू मिशन में शामिल एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, अब तक लापता तीर्थयात्रियों के लिए जम्मू कश्मीर में सर्च आपरेशन जारी है। इसके अलावा रेवेन्यू अथारिटी उनके परिवारों से भी संपर्क में है ताकि किसी तरह की जानकारी मिलने के बाद साझा किया जा सके।’

इसमें तेलंगाना के विधायक टी राजा सिंह खुशकिस्मत रहे जो सपरिवार अमरनाथ गुफा में दर्शन के लिए गए थे। समय रहते विधायक टी राजा सिंह ने बदलते मौसम को देख वहां से किसी तरह निकल जाना ही बेहतर समझा। इस क्रम में उन्होंने खच्चर का सहारा लिया और सपरिवार उतर आए। उनके उतरने के तुरंत बाद ही बादल फटा और गुफा के पास के टेंटों को पानी का तेज बहाव अपने साथ उखाड़ ले गया।

आज से फिर शुरू हुई अमरनाथ यात्रा

भारतीय सेना ने अमरनाथ यात्रा को दोबारा शुरू कराने के लिए अपनी जान लगा दी। दरअसल सेना के जवानों ने श्रद्धालुओं के अमरनाथ गुफा तक पहुंचने के लिए रातों-रात अस्थायी सीढ़ियां तैयार कर दीं। इसके साथ बालटाल यात्रा मार्ग से मलबे को हटाकर श्रद्धालुओं के पवित्र गुफा तक पहुंचाने के लिए रास्ता बना दिया है।

उल्लेखनीय है कि अमरनाथ की पवित्र गुफा के निकट बादल फटने के कारण आए बाढ़ के कारण दो दिन तक बंद रही यात्रा आज एक बार फिर शुरू हो गई। रविवार तक यात्रा को सुचारू बनाने का मकसद लेकर सेना रात दिन जुटी हुई थी।