शिक्षा के साथ-साथ समाज में जागरूकता लाना शिक्षकों का दायित्व: डीआईओएस

शिक्षा के साथ-साथ समाज में जागरूकता लाना शिक्षकों का दायित्व: डीआईओएस
  • सहारनपुर में मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित करते जिला विद्यालय निरीक्षक रविदत्त।

सहारनपुर [24CN] जिला विद्यालय निरीक्षक रविदत्त ने कहा कि शिक्षकों का मुख्य दायित्व शिक्षा के साथ-साथ समाज में जागरूकता लाना भी है। जिला विद्यालय निरीक्षक आज यहां जीपीओ रोड स्थित एक होटल के सभागार में भारतीय मानक ब्यूरो गाजियाबाद द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जागरूकता का अर्थ है कि समाज अपनी समस्याओं, आवश्यकताओं व संसाधनों के प्रति सचेत होकर अपने बीच मौजूद मुद्दों तथा समस्याओं की पहचान कर उनका समाधान कर सकें। उन्होंने सभी मेंटर्स को कार्यशाला में मन लगाकर प्रतिभाग करने का आह्वान किया।

भारतीय मानक ब्यूरो के रोहित राय ने स्टैंडर्ड क्लब के अंतर्गत आने वाली विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो का उद्देश्य प्रत्येक विद्यालय में स्टैंडर्ड क्लब का गठन करना है जिसमें कक्षा नौ से 12 तक के छात्र-छात्राओं को शामिल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्टैंडर्ड क्लब का उद्देश्य समाज में होलमार्किंग व अन्य स्टैंडर्ड के प्रति जागरूकता लाना है।

बीआईएस गाजियाबाद शाखा से आए पाठ्यक्रम समन्वयक दिव्यांशु कुमार यादव, असिस्टेंट डायरेक्टर हरीश कुमार मीना व मोहित कुमार ने भी स्टैंडर्ड के विषय में जानकारी दी। इससे पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक रविदत्त ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का शुभारम्भ किया। इस दौरान कार्यक्रम की जिला नोडल अधिकारी श्रीमती टीना श्राव, सह आयोजक राजीव वर्मा, रजत होलमार्किंग सैंटर के प्रदीप जैन सहित जिले के विभिन्न स्कूलों से 45 शिक्षक मौजूद रहे।