कांग्रेस में फिर छिड़ा घमासान, आलोक ने सोनिया-खरगे के सामने पार्टी पर उठाए सवाल; अब नगर अध्यक्ष ने किया पलटवार

कांग्रेस में फिर छिड़ा घमासान, आलोक ने सोनिया-खरगे के सामने पार्टी पर उठाए सवाल; अब नगर अध्यक्ष ने किया पलटवार
कानपुर। अर्से से कानपुर-बुंदेलखंड समेत प्रदेश में अस्तित्व के लिए जूझ रही कांग्रेस की अंदरूनी कलह फिर सतह पर आ गई है। अबकी रार नए महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता को लेकर शुरू हुई है। पार्टी नेता व पूर्व लोकसभा प्रत्याशी आलोक मिश्रा ने गुजरात के अहमदाबाद में अधिवेशन के मंच से ही कहा कि महानगर अध्यक्ष के दोनों बेटों में से एक भाजपा व दूसरा सपा में है।ऐसी नियुक्तियों के कारण ही कांग्रेस पिछड़ रही है। पार्टी नेता के इस बयान पर सोनिया गांधी व अध्यक्ष खरगे तालियां बजाते रहे। वहीं, महानगर अध्यक्ष ने पलटवार करते हुए आलोक के बयान को राजनीतिक हताशा व कुंठा से प्रेरित बताया है।

आलोक ने पार्टी की नियुक्ति पर उठाए सवाल

अधिवेशन में दूसरे दिन झंडावंदन के साथ अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विचार रखे। फिर नेताओं की बारी आई तो कानपुर लोकसभा क्षेत्र से पूर्व प्रत्याशी आलोक ने अपनी ही पार्टी की नियुक्ति पर सवाल उठाए।

कहा कि एक व्यक्ति को शहर अध्यक्ष बनाया है, जिनका एक बेटा सपा व दूसरा भाजपा में है। एक वो हैं जो 1982 से कांग्रेस में हैं। हम लोग भाजपा से बाद में लड़ते हैं। कांग्रेसी ही आपस में लड़ रहे हैं। एक बात तय कर लीजिए कि जो भी फैसला ऊपर से होगा, हम सहर्ष स्वीकार करेंगे। आपस में नहीं लड़ेंगे, जब तक कांग्रेस को सत्ता में लाकर नहीं दम लेंगे। आप भाजपा के लोगों को कांग्रेस से हटाना चाहते हैं। मैं आपसे पूछता हूं कि जिसका एक बेटा सपा व दूसरा भाजपा में हो, क्या शहर अध्यक्ष बनने लायक है। अगर है तो हम स्वीकारते हैं।एक बात और आपने मुझे मौका दिया। कानपुर में चार लाख से ज्यादा वोट पाए, जो स्वाधीनता के बाद से अब तक किसी को नहीं मिले। आपसे अनुरोध है कि शहर अध्यक्ष जो भी होगा, वो चुनाव के लिए आवेदन नहीं करेगा, सिर्फ संगठन का काम करेगा। ये तय कर लीजिए, वरना हर शहर व जिला अध्यक्ष चुनाव में प्रत्याशी बन जाएगा।

दोनों बेटे मेरे साथ, स्कूलों की लूट के मुद्दे आलोक आहत: पवन

महानगर अध्यक्ष पवन ने कहा कि दोनों बेटे उनके साथ हैं। जिस पुत्र को भाजपा में बताया जा रहा, वो चार साल से कांग्रेस उद्योग व्यापार प्रकोष्ठ में प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में सक्रिय है। दूसरा पुत्र सपा नेता है। सपा से चुनाव लड़ चुका है पर आठ माह से सपा में सक्रिय नहीं है। पूरी तरह उनके साथ निष्ठा से है।उन्होंने कहा कि आलोक ने उन्हें महानगर अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर स्वागत किया था। अब स्कूलों की लूट के विरुद्ध लड़ाई शुरू करने से वो आहत हो गए हैं। इसलिए झूठे बयान दे रहे हैं। उनके विरुद्ध अनुशासनहीनता की कार्रवाई के लिए नेतृत्व को पत्र लिखेंगे।