सम्भल। सम्भल के माडली समसपुर के मजरा मूढे वाली मड़ैया में मंगलवार की सुबह आए एक फोन ने कोहराम मचा दिया। फोन पर सूचना दी गई कि बागपत के ईस्टर्न पेरीफेरल हाईवे पर एक हादसे में गांव के पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गई।
तीनों मोढ़े का कारोबार करने वाले गरीब जाटव परिवार के रहने वाले थे। इनके परिवार में अब सिर्फ महिलाएं बची हैं। जिसने भी घटना सुनी वह स्तब्ध है। गांव के तमाम लोग बागपत में घटना स्थल की ओर रवाना हो गए हैं। जबकि परिवार में केवल महिलाएं ही बची हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है।
सम्भल के समसपुर के मूढ़े वाली मढैया निवासी प्रेम चंद 55 पुत्र सुम्मेर सिंह, इनका पुत्र शोभित 25 वर्ष गांव के थान सिंह 57 पुत्र हरवंश जाटव व शेखर मोढ़े का कारोबार करते हैं। इनके साथ ही अमरोहा के हसनपुर के गांव आगापुर निवासी धर्मपाल भी काम करते हैं। पांचों लोगों ने एक ट्रक बुक किया और देहपा से मूढा लादा तथा उसे लेकर लेकर पंजाब जाने लगे।
बागपत में ईस्टर्न पैरिफेरल हाईवे पर ट्रक चालक ने गाड़ी लगाई और आराम करने लगा। यह पांचों लोग भी उतरकर सो गए। इसी दौरान दूसरे ट्रक ने इन्हें कुचल दिया। पिता प्रेमचंद व बेटे शोभित के साथ ही थानसिंह की तो मौके पर ही मौत हो गई। वहां घायल शेखर ने सुबह ही गांव में फोन कर इस घटना की जानकारी दी।
परिवार ही नहीं पूरे गांव में कोहराम मच गया। हर कोई घटना से स्पब्ध था। प्रेम चंद की दो बेटियां रेशू और मीरा का रो रोकर बुरा हाल है। शोभित की पत्नी मोनिका के आंसू भी थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इनके परिवार में केवल महिलाएं ही बची हैं। गांव के ज्यादा संख्या में पुरुष घटना स्थल की ओर रवाना हो गए। गांव में मातम है। सभी को शव का इंतजार है।