ऑलराउंडर उबैद कमाल को भारतीय टीम न खेलने का मलाल

सहारनपुर [24CN] । उत्तर प्रदेश व पंजाब की ओर से 10 साल तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने वाले तेज गेंदबाज व ऑलराउंडर रहे उबैद कमाल को भारतीय टीम की ओर से नहीं खेल पाने का मलाल है। अपनी इसी कमी को पूरा करने के लिए वह युवा गेंदबाजों को तराशने में जुटे हैं। अम्बाला रोड स्थित ज्ञान कलश स्कूल क्रिकेट एकेडमी पहुंचे पूर्व तेज गेंदबाज उबैद कमाल ने बताया कि हम जिस दौर में खेलते थे तब भारतीय टीम में यूपी की भागीदारी शून्य थी। बीसीसीआई के वर्तमान उपाध्यक्ष व आईपीएल के चेयरमैन रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला के आने से परिस्थितियां बदली और उत्तर प्रदेश के क्रिकेट खिलाडिय़ों को भी भारतीय टीम में खेलने के मौके मिले।

उबैद कमाल ने बताया कि हमने बुजुर्गों से सुना है कि इल्म व हुनर बांटने से बढ़ता है। ईश्वर और अल्लाह ने जो इल्म मुझे दिया है उसी को युवा पीढ़ी के साथ बांटने का काम कर रहा हूं। मेरी यही दिली ख्वाइश रहती है कि युवा खिलाड़ी खूब मेहनत कर भारतीय टीम में खेलें और अपने शहर, अपने प्रदेश व अपने देश का नाम रोशन करें। उन्होंने बताया कि ज्ञानकलश इंटरनेशनल क्रिकेट एकेडमी के ग्राउंड के बारे में काफी सुना था। मेरी ख्वाइश थी कि मैं सहारनपुर जाऊं। अब मुझे मौका मिला है, यहां आकर काफी अच्छा लगा है। उबैद कमाल ने बताया कि मैंने पिछले दिनों मुजफ्फरनगर में पांच दिन का कैम्प किया था लेकिन सहारनपुर के खिलाडिय़ों में अधिक दम खम नजर आया है। सहारनपुर के युवा तेज गेंदबाजों को हल्का सा तराशने की जरूरत है। उम्मीद करता हूं कि इसी प्रकार से यदि खिलाडिय़ों ने मेहनत जारी रखी तो वह शीघ्र ही उत्तर प्रदेश व भारतीय टीम की ओर से खेलकर अपने जनपद का नाम रोशन करेंगे।