बालस्वरूप एवं गिरिराज के दर्शन में सभी सुख निहित हैं: पं. सीताराम त्रिपाठी
- संगीतमय में श्रीमद् भागवत कथा में श्रद्धालु रोचक प्रसंग सुन हुए भाव विभोर
देवबंद: काली कमली वाला भूतिया शिव मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में कथा व्यास ने श्रीकृष्ण की बाललीलाओं के मनमोहक प्रसंग सुनाए। इस दौरान संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा में श्री कृष्ण के भजनों पर श्रद्धालु भक्ति भाव से झूमने लगे।
काली कमली वाला भूतिया शिव मंदिर चौरिटेबल सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन कथा व्यास पं. सीताराम त्रिपाठी महाराज ने बताया कि बालकृष्ण का नंद महोत्सव ब्रज में छः माह तक मनाया गया। इस दौरान उन्होंने कान्हा की माखन चोरी, सखाओं के संग मिलकर उत्पात, गोपियों के साथ लीला, कालिया नाग का उद्धार एवं गौवंश के प्रसंग मनमोहक ढंग से प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कथा व्यास ने भगवान द्वारा पूतना का उद्धार, तृणाकृत, बकासुर आदि असुरों की वध लीलाओं का भी वर्णन किया।
इस दौरान कथा व्यास ने नंद बाबा एवं समस्त ब्रजवासियों द्वारा गिरिराज जी की पूजा, इन्द्र के प्रकोप से श्रीकृष्ण जी द्वारा गोवर्धन पर्वत धारण कर ब्रजवासियों की रक्षा एवं इन्द्र का अभिमान चूर करने का प्रसंग का भी वर्णन किया। कथा व्यास जी ने बताया कि भगवान गिरिराज की सात परिक्रमा एवं दर्शन से व्यक्ति के जीवन में आध्यात्मिक एवं भौतिक सुख की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर भगवान गिरिराज की मनमोहक एवं आकर्षक झांकी भी सजाई गयी तथा छप्पन भोग का प्रसाद वितरित किया गया।
काली कमली वाला भूतिया शिव मंदिर चौरिटेबल सेवा ट्रस्ट की अध्यक्षा रेखा शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को रुकमणि स्वंयवर के अवसर पर बैंडबाजो के साथ भगवान श्रीकृष्ण की बारात निकाली जाएगी। गुरुवार को छप्पन भोग पवित्र धीमान द्वारा किया गया। जबकि मुख्य यजमान सुशीला शर्मा रही।