Aligarh Case: एसओ बोले जीवन भर नहीं भूल पाऊंगा अपमान

अलीगढ/लखनऊ: Aligarh Case विधायक से मारपीट के आरोप में निलंबित एसओ गोंडा अनुज कुमार सैनी ने कहा कि 11 साल की नौकरी के जीवनकाल में पहली बार मेरी वर्दी का अपमान हुआ है, जिसे कभी नहीं भूल पाऊंगा। अगर विधायक जी को मारना ही था तो सादे में कहीं भी बुला लेते। शायद, कुछ न बोलता या कहता। मगर, पिटने के बाद अपना आक्रोश मिटाने के लिए जो मन में आया वह भड़ास निकाल दी। उन्होंने उन्होंने खुद को पूरे प्रकरण में निर्दोष बताते हुए कहा कि मामला गंगाजल की तरह साफ है।
थाने का सीसीटीवी कैमरा हो गया खराब
मारपीट प्रकरण के बाद से थाने का सीसीटीवी कैमरा खराब है। हालांकि एसओ का कहना है कि पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद है। लेकिन फिलहाल, सीसीटीवी करप्ट है। रिकवर होने पर असल सच्चाई सबके सामने होगी। जिसकी रिकवरी का प्रयास किया जा रहा है। एसओ अनुज कुमार सैनी ने कहा कि यह पूरा एक षड्यंत्र है। विधायक कई गाड़ियों से अचानक हूटर बचाते हुए थाने में आए। उनके साथ ज्यादा लोग थे।
कोरोना महामारी के चलते सामाजिक दूरी का ध्यान रखने हुए दुआ सलाम करते हुए सभी लोगों को कार्यालय के बाहर बैठने का इशारा किया। इस पर उन्होंने थाने पर काम कर रहे एक बुजुर्ग चौकीदार को गाली दे दी। चौकीदार को गाली देते देख विधायक को टोका। उनसे चौकीदार की उम्र का लिहाज करने को कहा। इस पर विधायक ने उन्हें गाली दे दी।
अपने आप को बता रहे है पीड़ित
गाली देने के बाद विधायक ने थप्पड़ मारते हुए वर्दी खींच ली और नेम प्लेट तोड़ दी। अचानक हुए इस घटनाक्त्रस्म से वह हैरानी में आ गए। तत्काल उच्चाधिकारियों की मामले की जानकारी दी। उच्चाधिकारियों के पहुंचने से पहले ही विधायक ने अपना कुर्ता फाड़ लिया। अनुज कुमार के मुताबिक, यह पूरा घटनाक्रम थाने के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है।
पिटाई के बाद गुस्से में विधायक को भला बुरा कहना स्वीकारा
उन्होंने बुढ़ापे में मार दिया तो हड्डी भी नहीं जुड़ेगी बात की वायरल वीडियो को लेकर भी अपनी सफाई दी। अनुज कुमार ने कहा कि यह मारपीट के बाद का वीडियो है। अगर कोई व्यक्ति किसी के साथ मारपीट करता है। वर्दी का अपमान करता है तो सामने वाले व्यक्ति को गुस्सा आना स्वाभाविक है। वह गुस्से में यह सब बात बोल गए थे।
मूलरूप से सहारनपुर के रहने वाले
अनुज कुमार सैनी ने बताया कि वह मूलरूप से सहारनपुर के रहने वाले हैं। अलीगढ़ में किसी थाने के प्रभारी के तौर पर यह उनका पहला चार्ज था। इससे पहले वह मथुरा और मैनपुरी में तैनात रह चुके हैं। अब वह अपना सामान समेटकर जा रहे हैं।
सपा नेता के कहने पर की थी क्रोस ऍफ़आईआर (Aligarh Case)
सपा युवजन सभा के पूर्व महानगर अध्यक्ष कासिफ आब्दी के कहने पर साम्प्रदायिक झगड़े में पीड़ित पक्ष के विरुद्ध ही एसओ अनुज कुमार सैनी ने ऍफ़आईआर दर्ज कर ली थी। जिसके विरोध में विधायक अपने समर्थको सहित थाने पंहुचे थे। दरअसल कुछ दिन पूर्व मामूली झगडे ने साम्रदायिक दंगे का रूप ले लिया था। जिसमे जमकर एक पक्ष द्वारा पत्थरबाजी की गयी थी। पत्थरबाजी में दुसरे पक्ष का एक लड़का बुरी तरह जख्मी हो गया था। जिसके बाद पत्थर बाजी करने वाले लोगो के विरुद्ध मुक़दमा दर्ज हो गया था। लेकिन बाद में सपा नेता के दबाव में एसओ ने पीड़ित पक्ष के विरुद्ध ही मुकदमा दर्ज कर लिया था।
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