लखनऊ में डाग पार्क पर अखिलेश यादव का तंज, बोले- बंद करें ‘गुल्लू’ के नाम पर उल्लू बनाना

- Dog Park in Lucknow सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि अब गुल्लू के लिए पार्क बनवाने का बजट कहां से आ गया? उस पार्क तक पहुंचने के लिए लखनऊ के अलग-अलग इलाकों से अब ‘गुल्लू बस सेवा’ भी शुरू करने की कृपा करें।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लखनऊ विकास प्राधिकरण प्रदेश का पहला डाग पार्क बनवाने जा रहा है। इस योजना को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज कसा है। अखिलेश ने कहा ‘गुल्लू’ के नाम पर उल्लू बनाना बंद करें। दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पालतू कुत्ते का नाम गुल्लू है। अखिलेश यादव ने इसी गुल्लू के बहाने सरकार पर हमला बोला है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि ‘अब गुल्लू के लिए पार्क बनवाने का बजट कहां से आ गया? उस पार्क तक पहुंचने के लिए लखनऊ के अलग-अलग इलाकों से अब ‘गुल्लू बस सेवा’ भी शुरू करने की कृपा करें या फिर स्पष्ट करें कि ये पार्क बड़े लोगों की कार-जीप से आने वाले गुल्लुओं के लिए ही है। गुल्लू के नाम पर उल्लू बनाना बंद करें।
अब गुल्लू के लिए पार्क बनवाने का बजट कहाँ से आ गया? उस पार्क तक पहुँचने के लिए लखनऊ के अलग-अलग इलाक़ों से अब ‘गुल्लू बस सेवा’ भी शुरू करने की कृपा करें या फिर स्पष्ट करें कि ये पार्क बड़े लोगों की कार-जीप से आनेवाले गुल्लुओं के लिए ही है।
बता दें कि एलडीए ने सीजी सिटी में डाग पार्क बनाने का फैसला किया है। बीते सोमवार को एलडीए ने टेंडर भी जारी कर दिया है। एलडीए उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि शहर में लाखों लोगों के पास पालतू डाग हैं, लेकिन उन्हें टहलाने के लिए कोई उपयुक्त स्थान नहीं है, पालतू डाग को पब्लिक पार्क में ले जाने पर अक्सर विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है।
सेना भर्ती के नए नियम ‘अग्निपथ’ को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर एक बार फिर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘भाजपा जिस तरह अपने समर्थकों से अग्निवीर के तथाकथित फायदे गिनवाने में लगी है, उससे अच्छा होगा कि भाजपा अपने उन सदस्यों-समर्थकों की सूची जारी करे जो इस योजना में अपने बच्चों को भेज रहे हैं। प्रवचन देने से अच्छा है भाजपाई खुद उदाहरण पेश करें। भाजपा युवाओं का अपमान बंद करे।’
इससे पहले एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘…अग्निपथ की नीति सरकार ने बनायी है। ऐसे में सरकार और सत्ताधारी दल के प्रवक्ता किसी और को आगे न करें। अमीर उद्योगपतियों की आय की सुरक्षा से अधिक जरूरी है देश की सुरक्षा। इसलिए जो भी बजट कम पड़ रहा है, उसके लिए सरकार कारपोरेट पर अतिरिक्त कर लगाए परंतु देश की सुरक्षा के साथ समझौता न करे।’
एक अन्य ट्वीट में अखिलेश ने लिखा कि ‘अग्निवीरों को भविष्य में अपनी कंपनी व कार्यालयों में नौकरी देने का जो भी भावी वादा बड़े-बड़े लोग कर रहे हैं, उनके उस वादे पर युवा भरोसा कर सकें, इसके लिए हम ऐसा वादा करने वालों का सहयोग करना चाहते हैं। आज हम उन्हें सेवानिवृत्त सैनिकों की सूची भेज रहे हैं। वो उन सेवानिवृत्त सैनिकों को तुरंत अपनी कंपनियों व कार्यालयों में नौकरी देकर अपने वादे की सत्यता और गंभीरता साबित करें, जिससे भावी अग्निवीर उन पर चार साल बाद भरोसा कर करें। भरोसा कथनी से नहीं, करनी से होता है।’