अखिलेश यादव बोले- ‘रतन टाटा ने उसूलों से कभी समझौता नहीं किया’, मुलायम सिंह यादव को भी किया याद
नई दिल्ली: इटावा में समाजवादी पार्टी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की दूसरी पुण्यतिथि के अवसर पर पूरे सैफई परिवार ने एकजुट होकर उनकी समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। 10 अक्टूबर को मुलायम सिंह यादव का देहांत हुआ था। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने नेताजी (मुलायम सिंह) को याद करते हुए कहा कि सपा इंडिया गठबंधन में बनी रहेगी और कांग्रेस के साथ गठबंधन भी जारी रहेगा।
अखिलेश यादव ने रतन टाटा को भी किया याद
अखिलेश यादव ने इस दौरान देश के प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “जब हम नेताजी को याद कर रहे थे, तभी दूसरी दुखद खबर मिली कि रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं रहे। रतन टाटा ने देश की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान दिया। उनसे मेरी कई बार मुलाकात हुई और उन्होंने हमेशा उसूलों के साथ कारोबार किया, गरीब तबके के लिए भी बहुत काम किया।”
रतन टाटा के उसूलों की प्रशंसा
अखिलेश यादव ने रतन टाटा की सोच और दृष्टिकोण की प्रशंसा करते हुए कहा, “आजादी से पहले और उसके बाद भी, रतन टाटा ने अपने उसूलों से कभी समझौता नहीं किया। उन्होंने व्यापार करते समय हमेशा समाज के कल्याण को प्राथमिकता दी और आम लोगों की भलाई के लिए काम किया। उनके जीवन और काम से बहुत कुछ सीखने को मिलता है।”
पिता मुलायम सिंह यादव के रास्ते पर चलने का संकल्प
अपने पिता मुलायम सिंह यादव के योगदान का उल्लेख करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी ने हमेशा समाज और राजनीति को दिशा दी। उन्होंने कहा, “हम आज नेताजी को याद कर रहे हैं और समाजवादी मूल्यों के माध्यम से लोगों के जीवन में बदलाव लाने का संकल्प लेते हैं। मैं उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेता हूं।”
गौरतलब है कि रतन टाटा का बुधवार देर रात मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने शोक जताया है। आज मुंबई में उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।