लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगी समाजवादी पाटी ने शनिवार को पार्टी कार्यालय में गहन मंथन किया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जिला व महानगर अध्यक्ष के साथ ही विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्षों के साथ विभिन्न चरण में बैठक की।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस के महिलाओं को नौकरी में आरक्षण देने की घोषणा पर पलटवार किया। अखिलेश ने कहा कि सबसे पहले समाजवादी पार्टी महिलाओं के मान और सम्मान के लिए काम किया। हमने 500 रुपए वृद्धावस्था पेंशन दी और आगे सरकार बनने पर बजट के अनुसार इसे दोगुना या तीन गुना किया जाएगा।
पीएम मोदी के हाथ शनिवार को सरयू परियोजना का लोकार्पण करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने अपने शासनकाल में इस परियोजना को पूरा करने के लिए काफी काम किया। भाजपा तो सिर्फ फीता काटना जानती है। किसान की आय दोगुनी नहीं हुई और वह आज खाद के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लगा है। अभी उन्होंने गरीबों को मार्च तक मुफ्त राशन देने की घोषणा की है, लेकिन अगर समाजवादी सरकार आई तो हम गरीबों को समाजवादी फूड पैकेट देने की योजना लागू करेंगे। प्रदेश वासियों ने मन बना लिया है उन्हें अब योगी सरकार नहीं योग्य सरकार चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार ने दिल्ली में बड़े-बड़े बैनर, विज्ञापन, होर्डिंग लगाए हैं। इनमें दर्शाया गया है कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर रोजगार और नौकरी दी गई। उत्तर प्रदेश के कितने नौजवानों को नौकरी और रोजगार मिले, यह सबसे बड़ा सवाल है। भाजपा सरकार कम से कम यह तो बताए कि जो शिलान्यास किए गए थे, उनमें से साढ़े चार वर्ष में कितने पूरे हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने युवाओं को लैपटॉप दिए और भाजपा ने उन पर लाठीचार्ज किया। सपा ने गरीबों को लोहिया आवास दिया और भाजपा ने तो लखीमपुर खीरी में किसानों को खदेड़कर मार डाला। समाजवादी पार्टी विकास में विश्वास रखती है जबकि नाम बदलने में विश्वास रखती है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने किसानों को सपना दिखाया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा कम से कम दिखा तो दे कि बढ़ी आमदनी वाले किसान। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार तो अब परियोजनाओं की तुलना में विज्ञापनों पर अधिक खर्च करती है। बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए हैं कि युवाओं को नौकरी मिल रही है। यूपी में उन्हें नौकरी कहां दी। यह सब सिर्फ होर्डिंग्स में ही है।