बैलगाड़ी से अस्पताल पहुंची गर्भवती महिला, अखिलेश यादव बोले- BJP ने एंबुलेंस को ‘बुल’ऐंस बना दिया
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले से सरकारी उपेक्षाओं की शर्मनाक तस्वीरें सामने आई हैं. आजादी के 79 वर्ष बाद भी गांव के लोगों को पक्की सड़क नसीब नहीं हो सकी है. गांव की सड़क खराब होने की वजह से प्रसव पीड़ा से पीड़िता को एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिली. गांव तक पहुंचाने के लिए सड़क न होने के चलते एंबुलेंस नहीं पहुंची. जिस कारण पीड़िता को बैलगाड़ी से अस्पताल भिजवाया गया. वहीं, अब इस मामले पर सपा चीफ अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है.
अखिलेश यादव ने लिखा “भाजपा के कुशासन ने एंबुलेंस को ‘बुल’ऐंस बना दिया है. उप्र में एंबुलेंस की जगह बैलगाड़ी चलने लगी है. क्या ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बैलगाड़ी खींचेगी. अगली बार मुख्यमंत्री जी जब फ़सल का मुआयना करने निकलें तो नीचे सड़क और एंबुलेंस का हाल भी देख लें. अगर न दिखाई दे तो दिल्ली की दूरबीन या ड्रोन का सदुपयोग कर लें.”
‘बीमार लोगों की मुश्किलों में स्वास्थ्य मंत्री दर्ज कराएं उपस्थिति’
सपा चीफ अखिलेश यादव ने आगे कहा, ‘स्वास्थ्य मंत्री’ महोदय अगर नामपट्टिका तक सीमित नहीं कर दिये गये हैं तो ‘समारोह’ में न सही, कम-से-कम बीमार लोगों की मुश्किलों में तो अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराएं.
खराब सड़क की वजह से गांव नहीं पहुंची एंबुलेंस
दरअसल, प्रसव पीड़ा से पीड़ित 23 वर्षीय रेशमा को एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिली, गांव तक पहुंचाने के लिए सड़क न होने की वजह से एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच सकी. कीचड़ और गड्ढों भरे रास्ते पर बैलगाड़ी में लिटा कर प्रसव पीड़ा से पीड़ित रेशमा को 3 किलोमीटर तक एंबुलेंस के पास तक पहुंचने का दर्द भरा सफर करना पड़ा.
वीडियो वायरल होने पर उठने लगे सवाल
बैलगाड़ी में सवार होकर प्रसव पीड़ा से पीड़ित रेशम का बैलगाड़ी से जाते हुए वीडियो वायरल होने के बाद जिले की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठने लगे हैं. 3 किलोमीटर का दर्द भरा सफर तय करने के बाद प्रसव पीड़ा से पीड़ित रेशमा को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया. पीड़ित परिवार मौदहा ब्लॉक के छानी गाऊघाट गांव के परसदवा का डेरा के मंजरे का रहने वाला है.
